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कोरोना से अर्थव्यवस्था चरमराई, फिर भी सरकार गंभीर नहीं: मायावती - पूर्व मुख्यमंत्री मायावती

अर्थव्यवस्था को लेकर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश की पूरी अर्थव्यवस्था काफी चरमरा गई है. बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि सभी को विचलित कर रही है. फिर भी सरकार उतनी गंभीर नहीं लगती.

कॉन्सेप्ट इमेज.
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Published : Jun 2, 2021, 2:29 PM IST

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कहा कि कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. बावजूद इसके सरकार गंभीर नहीं है. मायावती ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और बढ़ती गरीबी हम सब को विचलित कर रही है, फिर भी देश की सरकार इसको लेकर गंभीर नहीं है, जो कि अति दुखद है.

लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था चरमराई
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके कहा कि कोरोना लॉकडाउन और फिर इस महामारी के घातक होने से केवल सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त नहीं हुआ बल्कि देश की पूरी अर्थव्यवस्था ही काफी चरमरा गई है. बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि सभी को विचलित कर रही है. फिर भी सरकार उतनी गंभीर नहीं है. यह अति दुखद है.

इसे भी पढ़ें:- जवाहर बाग हत्याकांड: शहीद की पत्नी का छलका दर्द, अब तक अधूरी पड़ी CBI जांच

जानलेवा जंजाल से जल्दी मुक्ति मिल पाना संभव नहीं
देश की अर्थव्यवस्था अर्थात लोगों की रोजी-रोटी पर संकट का अब ऑक्सीजन पर चले जाना क्षोभ व गंभीर चिंता की बात है, किन्तु सरकारें व पार्टियां अपने स्वार्थ व द्वेष आदि को अभी भी त्यागने को तैयार नहीं लगतीं. ऐसे में जनता को यहां इस जानलेवा जंजाल से जल्दी मुक्ति मिल पाना कैसे संभव है.

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कहा कि कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. बावजूद इसके सरकार गंभीर नहीं है. मायावती ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और बढ़ती गरीबी हम सब को विचलित कर रही है, फिर भी देश की सरकार इसको लेकर गंभीर नहीं है, जो कि अति दुखद है.

लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था चरमराई
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके कहा कि कोरोना लॉकडाउन और फिर इस महामारी के घातक होने से केवल सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त नहीं हुआ बल्कि देश की पूरी अर्थव्यवस्था ही काफी चरमरा गई है. बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि सभी को विचलित कर रही है. फिर भी सरकार उतनी गंभीर नहीं है. यह अति दुखद है.

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जानलेवा जंजाल से जल्दी मुक्ति मिल पाना संभव नहीं
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