लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन को आज पार्टी जन कल्याणकारी दिवस के रूप में मनाएगी. वहीं, बसपा सुप्रीमो इस मौके पर ब्लू बुक मेरे संघर्षमय जीवन व बसपा मूवमेंट का सफरनामा भाग 17 और अंग्रेजी संस्करण का विमोचन करेंगी. यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि जन्मदिन के मौके पर बसपा उम्मीदवारों की सूची भी जारी की जा सकती है. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर राजनीति चरम पर है. नेता अपना फायदा देखकर एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में जा रहे हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती भी इस बार फिर 2007 का इतिहास दोहराना चाहती हैं. ऐसे में बसपा भी जमीनी स्तर पर मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने को पार्टी नेताओं व खास कर सक्रिय महिला कार्यकर्ताओं को जनसंपर्क में लगाए हुए हैं. वहीं, आज पार्टी सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन के मौके पर प्रत्याशियों की सूची जारी होने की संभावना जाहिर की जा रही है.
खैर, अब यूपी विधानसभा चुनाव अब अपनी रौ में आ गया है. चुनाव आयोग और कोविड की बंदिशों के बीच राजनीतिक घमासान चरम पर है. वहीं, बसपा भी नए पैटर्न पर चुनावी तैयारियों में जुट गई है. दरअसल, 15 जनवरी, 1956 को जन्मी बसपा सुप्रीमो मायावती आज 66 वर्ष की हो गई हैं. हर बार सियासी चर्चा बंटोरने वाली मायावती के जन्मदिन पर आज लखनऊ में कोई बड़ा आयोजन नहीं होगा. लेकिन इस मौके पर ब्लू बुक मेरे संघर्षमय जीवन व बसपा मूवमेंट का सफरनामा भाग 17 और अंग्रेजी संस्करण का पार्टी सुप्रीमो विमोचन करेंगी.
इस बाबत बताया गया कि आज पार्टी पदाधिकारी प्रदेश भर में जिला यूनिट पर जन्मदिन मनाएंगे. इस दौरान विधानसभा चुनाव के दावेदारों की बतौर प्रत्याशी आधिकारिक लिस्ट भी जारी हो सकती है. बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता फैजान खान के मुताबिक बसपा के प्रत्याशियों की आधिकारिक घोषणा आज पार्टी सुप्रीमो के जन्मदिन पर हो सकती है.
बसपा सामाजिक समीकरणों के जरिए वर्ष 2007 का इतिहास दोहराने की जुगत में है. इसके लिए 'भाईचारा फार्मूला' के जरिए दलित, ओबीसी, मुस्लिम के साथ-साथ अपर कास्ट में ब्रह्मणों को पाले में खींचने की पुरजोर कोशिश की जा रही है. ऐसे में अनुमान है कि पार्टी विधानसभा की 60 से 70 सीटों पर ब्राह्मण चेहरों पर दांव लगाने के मूड में है.
वहीं, पार्टी के जिला अध्यक्षों, मंडल कॉर्डिनेटर के जरिए सम्मेलनों में अभी तक 300 सीटों पर बसपा के प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं. यह क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं. बसपा प्रमुख मायावती ने यूपी की 403 सीटों पर एक-एक हजार ब्राह्मण कार्यकर्ता तैयार करने का लक्ष्य दिया है. ब्राह्मणों को जोड़ने का जिम्मा पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को सौंपा गया है.
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