लखनऊ : 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) ने ब्राह्मणों को पार्टी के साथ जोड़ने और ब्राह्मण समाज के बीच बसपा की पकड़ और पैठ बढ़ाने के लिए प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की शुरुआत की है. पहले बहुजन समाज पार्टी ने इसका नाम ब्राह्मण सम्मेलन (Brahmin Sammelan) नाम रखा था, लेकिन बाद में कुछ विवादों के चलते ब्राह्मण सम्मेलनों का नाम प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन (Prabudh Varg Sammelan) रख दिया गया. बसपा के प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलनों के दूसरे चरण की शुरुआत 5 अगस्त से लखीमपुर व सीतापुर से होगी.
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ब्राह्मण वर्ग को बहुजन समाज पार्टी से जोड़ने के लिए ब्राह्मण सम्मेलन करने का ऐलान किया था. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व ब्राह्मण चेहरे सतीश चंद्र मिश्र (Satish Chandra Mishra) के नेतृत्व में यह सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं और प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों में बसपा के ब्राह्मण सम्मेलन शुरू किए गए हैं. पहले चरण में बसपा के ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित किए गए और इनका नाम प्रबुद्ध सम्मेलन रखा गया.
अब दूसरे चरण के प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत 5 अगस्त से होकर 14 अगस्त तक चलेगी. 5 अगस्त को लखीमपुर व सीतापुर में सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. इसके बाद 7 अगस्त को बदायूं मुरादाबाद में, 8 अगस्त को बिजनौर, मुजफ्फरनगर में, 9 अगस्त को अमरोहा, संभल में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. इसके बाद 10 अगस्त को मेरठ, बागपत और गाजियाबाद, 11 अगस्त को सहारनपुर, शामली में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. 13 अगस्त को बुलंदशहर और 14 अगस्त को नोएडा में सम्मेलन आयोजित किया जाएगा.
इन सभी सम्मेलनों में मुख्य अतिथि के रुप में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व ब्राह्मण चेहरे सतीश चंद्र मिश्र शामिल होंगे. इसके अलावा अन्य स्थानीय ब्राह्मण नेता भी इन सम्मेलनों में शिरकत करेंगे. उल्लेखनीय है कि बहुजन समाज पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सोशल इंजीनियरिंग का फॉर्मूला अपनाते हुए ब्राह्मणों को पार्टी से जोड़ने के लिए इन सम्मेलनों की शुरुआत की है. 23 जुलाई को श्रीराम की नगरी अयोध्या से प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की शुरूआत की गयी थी.
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