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कानपुर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर की नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, आरोपी गिरफ्तार - FRAUD IN KANPUR UNIVERSITY

आरोपी अब तक कई मामलों में करीब 1.49 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है. जांच में जुटी पुलिस.

आरोपी गिरफ्तार
आरोपी गिरफ्तार (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 17 hours ago

कानपुर : छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक ठग ने एक महिला से 28 लाख रुपये की ठगी कर ली. शातिर ठग को स्वरूप नगर पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपी के पास से फर्जी मुहर, फर्जी दस्तावेज और 1.02 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं. पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है.

पुलिस के मुताबिक, स्वरूप नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आर्य नगर निवासी तान्या दीक्षित ने 14 नंबर को पनकी के सी ब्लॉक निवासी विक्रम व उसकी महिला सहयोगियों तृप्ति सिंगर, प्रियंका सिंगर व सानिया सिंगर के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

पुलिस ने जब इस मामले की जांच पड़ताल शुरू की तो पुलिस को कई और भी अएम जानकारियां मिलीं. पता चला कि विक्रम के खिलाफ तान्या ने ही नहीं, बल्कि गणेशपुर रावतपुर निवासी विजय कुमार की पत्नी प्रियंका त्रिपाठी ने भी 45 लाख रुपये की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

प्रियंका के मुताबिक उन्होंने मकान को बंधक रखकर एक बैंक से 45 लाख रुपये का लोन कराया था. लोन के डिफॉल्ट होने पर विक्रम सिंह उनके पास आया और खुद को अधिवक्ता बताते हुए मदद करने का आश्वासन दिया.

इसी तरह पनकी निवासी अंजू त्रिपाठी ने विक्रम पर प्लॉट दिलाने के नाम पर 22 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया है. आरोप है, कि विक्रम ने पैसे भी ले लिया और उन्हें प्लॉट भी नहीं दिलाया. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की अभी से जांच पड़ताल कर रही है.

आरोपी विक्रम सिंह मूलरूप से औरैया के ग्राम भरसेन का रहने वाला है. तान्या का आरोप था, कि विक्रम ने उन्हें पीएचडी करवाने और छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नौकरी लगवाने का झांसा देकर करीब 28 लाख रुपये ठगे

विक्रम कई अन्य लोगों से भी करीब 1.49 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है. आरोपी के खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में मुकदमे भी दर्ज हैं. मंगलवार को पुलिस ने उसे ग्वालियर से हिरासत में लिया और फिर कानपुर ले आई. यहां पनकी स्थित आवास से मामले से जुड़े दस्तावेज जुटाने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया.

स्वरूप नगर इंस्पेक्टर सूर्यबली पांडे ने बताया कि आरोपी विक्रम के पास से पुलिस ने 1.02 लाख रुपये कैश कर रबड़ की मुहर, एक स्टांप पेपर. एजुकेशन ग्रुप लेटर पैड, एक ह्यूमन राइट फॉर सोशल जस्टिस, एक सादी दो मुहर पैड, अंक पत्र, मार्कशीट, फोन नंबर की सूची, परिचय पत्र एक फाइल में कई विश्वविद्यालय और कॉलेज के फॉर्म फीस स्ट्रक्चर समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं. पुलिस द्वारा बरामद सभी दस्तावेजो का सत्यापन किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें: कानपुर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह: राज्यपाल ने कहा- शादी में दो साड़ी कम दो, लेकिन बचे पैसे से बच्ची को कैंसर से बचा लो

यह भी पढ़ें: कानपुर विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दिलाने का झांसा, युवती से ठग लिए 22 लाख रुपये

कानपुर : छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक ठग ने एक महिला से 28 लाख रुपये की ठगी कर ली. शातिर ठग को स्वरूप नगर पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपी के पास से फर्जी मुहर, फर्जी दस्तावेज और 1.02 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं. पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है.

पुलिस के मुताबिक, स्वरूप नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आर्य नगर निवासी तान्या दीक्षित ने 14 नंबर को पनकी के सी ब्लॉक निवासी विक्रम व उसकी महिला सहयोगियों तृप्ति सिंगर, प्रियंका सिंगर व सानिया सिंगर के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

पुलिस ने जब इस मामले की जांच पड़ताल शुरू की तो पुलिस को कई और भी अएम जानकारियां मिलीं. पता चला कि विक्रम के खिलाफ तान्या ने ही नहीं, बल्कि गणेशपुर रावतपुर निवासी विजय कुमार की पत्नी प्रियंका त्रिपाठी ने भी 45 लाख रुपये की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

प्रियंका के मुताबिक उन्होंने मकान को बंधक रखकर एक बैंक से 45 लाख रुपये का लोन कराया था. लोन के डिफॉल्ट होने पर विक्रम सिंह उनके पास आया और खुद को अधिवक्ता बताते हुए मदद करने का आश्वासन दिया.

इसी तरह पनकी निवासी अंजू त्रिपाठी ने विक्रम पर प्लॉट दिलाने के नाम पर 22 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया है. आरोप है, कि विक्रम ने पैसे भी ले लिया और उन्हें प्लॉट भी नहीं दिलाया. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की अभी से जांच पड़ताल कर रही है.

आरोपी विक्रम सिंह मूलरूप से औरैया के ग्राम भरसेन का रहने वाला है. तान्या का आरोप था, कि विक्रम ने उन्हें पीएचडी करवाने और छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नौकरी लगवाने का झांसा देकर करीब 28 लाख रुपये ठगे

विक्रम कई अन्य लोगों से भी करीब 1.49 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है. आरोपी के खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में मुकदमे भी दर्ज हैं. मंगलवार को पुलिस ने उसे ग्वालियर से हिरासत में लिया और फिर कानपुर ले आई. यहां पनकी स्थित आवास से मामले से जुड़े दस्तावेज जुटाने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया.

स्वरूप नगर इंस्पेक्टर सूर्यबली पांडे ने बताया कि आरोपी विक्रम के पास से पुलिस ने 1.02 लाख रुपये कैश कर रबड़ की मुहर, एक स्टांप पेपर. एजुकेशन ग्रुप लेटर पैड, एक ह्यूमन राइट फॉर सोशल जस्टिस, एक सादी दो मुहर पैड, अंक पत्र, मार्कशीट, फोन नंबर की सूची, परिचय पत्र एक फाइल में कई विश्वविद्यालय और कॉलेज के फॉर्म फीस स्ट्रक्चर समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं. पुलिस द्वारा बरामद सभी दस्तावेजो का सत्यापन किया जा रहा है.

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