लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Chief Mayawati) ने मोदी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है. साथ ही मायावती ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से पेगासस जासूसी कांड (Pegasus spying case) का स्वत: संज्ञान (suo motu) लेकर अपनी निगरानी में इस मामले की जांच (investigation) करने की अपील की है.
मायावती ने संसद के मानसून सत्र में हो रहे हंगामे को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद का चालू मानसून सत्र देश, जनहित व किसानों आदि के अति-जरूरी मुद्दों पर सरकार व विपक्ष के बीच अविश्वास व भारी टकराव के कारण यह सत्र सही से चल नहीं पा रहा है. पेगासस जासूसी काण्ड भी काफी गरमा रहा है, फिर भी केन्द्र इस मुद्दे की जांच कराने को तैयार नहीं. ऐस में देश चिन्तित है. ऐसे में बीएसपी माननीय सुप्रीम कोर्ट से यह अनुरोध करती है कि वह देश में इस बहुचर्चित पेगासस जासूसी काण्ड के मामले में खुद ही संज्ञान लेकर इसकी जांच अपनी निगरानी में कराये ताकि इसको लेकर सच्चाई जनता के सामने आ सके.
आपको बता दें कि, पेगासस एक ऐसा सॉफ्टेवेयर है, जिसकी मदद से लोगों का फोन हैक कर उनकी जासूसी की जा सकती है. इसे इजराइल की कंपनी NSO ने बनाया है. आरोप है कि, पेगासस की मदद से 300 भारतीयों की भी जासूसी कराई गई. जिसमें विपक्ष के कई बड़े नेताओं समेत केंद्र सरकार के मंत्रियों, पूर्व चुनाव आयुक्त, उद्योगपतियों, पत्रकारों, सेना और अर्थसैनिक बलों के अधिकारियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के नाम शामिल हैं. इस मामले के समाने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हड़कम्प मचा हुआ है. विपक्ष इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर लगातार हमलावर है. संसद के मानसून सत्र के दौरान इस मुद्दे को लेकर लगातार विपक्षी दलों का हंगामा देखने को मिल रहा है. इस मामले में विपक्ष के निशाने पर सबसे ज्यादा गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.
इसे भी पढ़ें : मानसून सत्र : पेगासस पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव नोटिस