लखनऊ: राजधानी के छावनी परिषद में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है. शनिवार को होने वाली कैंट बोर्ड की बैठक में ये अहम मुद्दा रखा जाएगा और इस विषय पर बहस होगी.
दरअसल, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते छावनी परिषद की बैठक लगातार स्थगित की जा रही थी, लेकिन अब शनिवार को कैंट बोर्ड की विशेष बैठक आयोजित की गई है. बैठक में अहम मुद्दों पर मुहर लगाने की तैयारी है. मुद्दों की बढ़ती मांग की वजह से कैंट बोर्ड ने इस विशेष बैठक को बुलाया है.
बोर्ड के सदस्य अमित शुक्ल ने बताया कि छावनी परिषद प्रशासन ने 50 से ज्यादा संविदाकर्मियों को लॉकडाउन के दौरान नौकरी से हटा दिया है. ऐसे ही दूसरे संविदाकर्मियों पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं. इन कर्मचारियों की नौकरी को लेकर बैठक में जोरदार तरीके से मुद्दा उठाया जाएगा. इसके अलावा छावनी के स्कूलों में शिक्षकों के वेतन के मसले पर भी बहस होगी. छावनी के विकास के लिए टेंडर निकाले गए थे, उन टेंडरों पर बहस के बाद फाइनल मुहर भी लगाई जानी है.
नवंबर में आयोजित होगी परीक्षा
सेना की भर्ती रैली पर कोरोना का असर पड़ा है और एक बार फिर से यह भर्ती परीक्षा नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है. इससे पहले भी कई बार यह परीक्षा कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्थगित की जा चुकी है. लखनऊ छावनी स्थित आर्मी चिकित्सा कोर केंद्र एवं कॉलेज में 30 अगस्त को ये भर्ती रैली परीक्षा आयोजित होनी थी.
मध्य कमान के जनसम्पर्क अधिकारी शांतनु सिंह के अनुसार फरवरी 2020 में फतेहपुर भर्ती रैली सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईई) आयोजित होने वाली थी, जो एक बार फिर से स्थगित कर दी गई है. लखनऊ के एएमसी सेंटर एंड कॉलेज में फतेहपुर में 13 जिलों के लिए आयोजित भर्ती रैली के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईई) 30 अगस्त को निर्धारित की गई थी. कोरोना के चलते इस परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है.
इस परीक्षा को अब एक नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद ही भर्ती परीक्षा आयोजित होगी. अभी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में भर्ती रैली परीक्षा स्थगित करने का निर्णय लेना पड़ा है. स्थितियां सही होने पर नवंबर में उम्मीद है कि यह परीक्षा संपन्न हो जाए.