लखनऊ: सत्ता का नशा बीजेपी कार्यकर्ताओं के सिर चढ़कर बोल रहा है. एक तरफ भाजपा के वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं से सौम्य व्यवहार रखने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कार्यकर्ता अपनी दबंगई से बाज नहीं आ रहे हैं. मामला राजधानी लखनऊ के टोल टैक्स प्लाजा का है, जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बिना टैक्स दिए टोल प्लाजा को पार करने की कोशिश की. जब टोल कर्मियों ने इसका विरोध किया तो तथाकथित बीजेपी कार्यकर्ताओं ने टोल कर्मियों से अभद्रता की.
इसे भी पढ़ें- प्रियंका गांधी की रैली से लौट रहे कांग्रेसियों ने किया टोल टैक्स देने से इनकार, वीडियो देखें
NH-30 का है मामला
मामला राजधानी लखनऊ को रायबरेली से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 30 पर बने टोल प्लाजा का है. यहां आए दिन सत्ताधारी पार्टी के साथ अन्य राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता व राजनेता अपनी दबंगई दिखाने से बाज नहीं आते हैं.
इसे भी पढ़ें-देश के 305 रेलवे स्टेशनों पर चलाया गया स्वच्छता अभियान
करीब 150 गाड़ियों का था काफिला
दरअसल लखनऊ-रायबरेली हाईवे पर बने टोल प्लाजा को बनारस के सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ता बिना टोल दिए ही पार करना चाह रहे थे. ये काफिला करीब डेढ़ सौ गाड़ियों का था, जिस पर दीपक सिंह के नाम का बैनर लगा हुआ था. बताया जा रहा है कि दीपक बड़ागांव वाराणसी के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जो पूर्व ब्लाक प्रमुख हैं.
मीडिया के साथ की अभद्रता
बीजेपी कार्यकर्ता यहीं नहीं रुके, जब टोल प्लाजा पर ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो तथाकथित बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मीडिया से भी अभद्रता करना शुरू कर दिया. ऐसे में एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि जहां आम जनता के लिए तमाम नियम और कानून बनाए गए हैं. क्या ये नियम बीजेपी कार्यकर्ता और राजनेताओं पर लागू नहीं होते हैं.
करीब डेढ़ सौ गाड़ियों में सैकड़ों कार्यकर्ता बीजेपी के आए थे, जो खुद को विधायक का समर्थक बता रहे थे. उन्होंने बिना टैक्स दिए टोल को पार करने की कोशिश की. जब उनसे टोल की मांग की गई तो टोल कर्मियों से अभद्रता करने लगे.
- जेबी सिंह, मैनेजर, टोल टैक्स