लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का केंद्रीय नेतृत्व ने जुलाई महीने में मनोनयन किया था. बीजेपी की संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार संगठन चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होनी है जो अब नए साल में मकर संक्रांति से शुरू होने वाले अच्छे दिनों में की जाएगी. खरमास शुरू होने के चलते प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया गया है.
अक्टूबर और नवंबर महीने में भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव के अंतर्गत बूथ अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरे प्रदेश भर में पूरी हुई थी. बीजेपी के 98 जिलों में भी जिला अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी हुई, लेकिन अब प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया नए साल में मकर संक्रांति के बाद की जानी है.
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यह काम प्रांतीय परिषद की बैठक में होगा. प्रांतीय परिषद के सदस्यों की महत्वपूर्ण बैठक मकर संक्रांति के बाद कभी भी आयोजित हो सकती है. उसमें प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया होगी और स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षी पर औपचारिक मुहर लगाई जाएगी.
भारतीय जनता पार्टी धर्म संस्कृति और परम्परा को मानती है. अब जब नए साल में अच्छे दिनों की शुरुआत होगी तो प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होगी. भारतीय जनता पार्टी के प्रांतीय परिषद की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी हो गई है. 403 विधानसभा स्तर पर चुने गए क्रांति परिषद की बैठक जनवरी के अंतिम सप्ताह में बुलाई जा सकती है.