लखनऊ: यूपी में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में तमाम जगहों पर हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई थीं. मेरठ में भी घटना के दौरान एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह के पाकिस्तान चले जाओ के बयान पर हर तरफ विवाद हुआ. अब एसपी के बयान वाले मुद्दे पर बीजेपी दो खेमों में नजर आ रही है.
एक तरफ जहां राज्य सरकार के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने पुलिस ऑफिसर को सैल्यूट किया और उनके समर्थन में खड़े हुए. वहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी ऑफिसर का समर्थन किया, तो दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ऑफिसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर दी, जिससे भाजपा के अंदर तमाम तरह के सवाल शुरू हो गए.
पार्टी के लोग सवाल उठा रहे हैं कि किसी अधिकारी ने कोई बयान दिया या उन परिस्थितियों में उसे वह कहना पड़ा कि पाकिस्तान चले जाओ. इसमें भारतीय जनता पार्टी को खुलकर सामने नहीं आना चाहिए और न ही अधिकारी का समर्थन करना चाहिए.
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उन्होंने कोई इस प्रकार का बयान नहीं दिया था. जब घटना हुई तो एसपी ने लोगों को मना किया और उस दौरान माहौल को नियंत्रित करने में जुटे थे. अब इस पूरे मुद्दे पर उच्चाधिकारियों ने स्पष्टीकरण दे दिया है. इस पर और अधिक चर्चा की आवश्यकता नहीं है.
डॉ. चंद्रमोहन, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा