लखनऊ: BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर का धरना देना और उनके समर्थन में 170 विधायकों का विधान भवन के अंदर धरना देने की घटना ने बीजेपी में भूचाल ला दिया है. यह बात अब पार्टी के अंदर चिंता का विषय बन गई है. पार्टी आलाकमान इस बात को लेकर बात कर रहा है कि ऐसी स्थिति कैसे उत्पन्न हुई कि इस डैमेज को कंट्रोल नहीं किया जा सका.
विधान भवन के अंदर मौजूद थे बीजेपी मंत्री
बीजेपी फ्लोर मैनेजमेंट में पूरी तरह फेल साबित हुई है. पार्टी के अंदर और बाहर सवाल उठ रहे हैं कि जब सदन के अंदर बीजेपी के कई मंत्री मौजूद थे और विधानसभा अध्यक्ष थे तो इस विषय को बड़ा कैसे बनने दिया गया. वहीं विपक्ष ने इसे आगे बढ़ाने का काम किया, जिसको लेकर अब बीजेपी के रणनीतिकार चिंतित हैं.
BJP के 170 विधायकों ने की नारेबाजी
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बिना नाम लिखे यह बताया कि यह स्थिति पार्टी को चिंतित करके रख दिया है. यह जो कुछ हुआ यह भारतीय जनता पार्टी और विधान सभा के इतिहास में पहली बार हुआ. पार्टी नेतृत्व चिंतित है कि आखिर ऐसी कौन सी टीस रही, जिसने चिंगारी को आग बना दिया. पार्टी के अंदर इतना बड़ा हंगामा कैसे हो गया. आखिर क्यों 170 विधायक सदन के अंदर किसी विषय को लेकर आक्रोशित हो गए और विधायक एकता जिंदाबाद के नारे लगाने लगे.
पार्टी के एक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कहते हैं कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि डैमेज कंट्रोल क्यों नहीं किया जा सका. अगर विधायक की तरफ से भ्रष्टाचार की बात कही गई थी तो अधिकारी पर कार्रवाई के बजाय उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया.
सवाल इसलिए भी लोग उठा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी एक अनुशासित पार्टी मानी जाती है. अब ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के 170 विधायक सरकार पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए एकजुट हुए और विधायक नंदकिशोर के समर्थन में धरने पर बैठ गए.