लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 17 साल से चले आ रहे कोऑपरेटिव बैंकों में समाजवादी पार्टी के कब्जे वाले किले को धराशाई कर दिया है. सहकारी ग्राम्य विकास बैंक के सभापति और उपसभापति के चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है.
पिछले करीब 17 सालों से कोऑपरेटिव के क्षेत्र में समाजवादी पार्टी का एकछत्र राज रहा है. समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव परिवार के ही किसी न किसी सदस्य के पास सहकारी ग्रामीण विकास बैंक के सभापति और उपसभापति की जिम्मेदारी रहती थी. अब लंबे अरसे बाद यह पहला मौका है जब कोऑपरेटिव बैंक की किसी भी पद पर मुलायम सिंह यादव परिवार का कोई सदस्य नहीं रहेगा.
बुधवार को हुई निर्वाचन प्रक्रिया में सहकारी ग्राम्य विकास बैंक के सभापति और उपसभापति के चुनाव में भाजपा के संतराज यादव सभापति और केपी मलिक उपसभापति चुने गए हैं. दोनों लोग निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. सहकारी ग्राम्य विकास बैंक के चुनाव में 14 डायरेक्टर भारतीय जनता पार्टी के पिछले दिनों निर्वाचित हुए थे, जिसके बाद सभापति और उपसभापति के निर्वाचन की प्रक्रिया आज पूरी की गई.
सहकारी ग्राम विकास बैंक में 14 लोगों को डायरेक्टर के रूप में पिछले दिनों चुना गया था. उनमें अलीगढ़ से सत्यवती, आगरा से संदीप भदोरिया उर्फ श्याम भदौरिया, आजमगढ़ से मुक्तेश्वर सिंह, कानपुर से राम शरण, गोरखपुर से संतराज, झांसी से इंद्रपाल, देवीपाटन से जमुना प्रसाद, प्रयागराज से राम पलट, बरेली से रविंद्र सिंह राठौर, मुरादाबाद से महेंद्र कुमार, मेरठ से कृष्ण पाल मलिक, लखनऊ से बंबा लाल और सुधीर कुमार व वाराणसी से डॉ. अंजना श्रीवास्तव शामिल हैं.
सहकारी ग्राम्य विकास बैंक में सभापति और उपसभापति निर्वाचित होने के बाद प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने दोनों लोगों को बधाई दी है. इससे पहले बुधवार को हुई निर्वाचन प्रक्रिया में भारतीय जनता पार्टी के सहकारिता चुनाव के प्रभारी एमएलसी विद्यासागर सोनकर ने नामांकन सहित अन्य औपचारिकताएं पूरी कराई.