लखनऊ: विधानसभा चुनाव 2022 (Assembly Election 2022) से पहले भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) अपने संगठन तंत्र को मजबूत करने में जुटी हुई है. बीजेपी ने तय किया है कि पार्टी की मंडल इकाइयों के प्रभारियों को बदलकर नए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी, जिससे बूथ स्तर तक के संगठन को और अधिक मजबूती से चुनाव के लिए तैयार कराया जा सके. इसके साथ ही इस काम को करने के पीछे भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को समायोजित करने का काम करेगी, तो उन कार्यकर्ताओं का भी ख्याल रखा जा सकेगा, जो पिछले कुछ समय से नाराज हैं. ऐसे में उन्हें मंडल प्रभारियों का भी दायित्व मिल पाएगा.
भाजपा नेतृत्व द्वारा जिलाध्यक्षों को दिए गए निर्देश के अनुसार 31 अगस्त तक सभी मंडल इकाइयों में नए मंडल प्रभारियों को दायित्व दिए जाने का टास्क दिया गया है, जिससे आने वाले समय में संगठन स्तर पर जो अभियान और कार्यक्रम चलाए जाने हैं, उनको बेहतर ढंग से न सिर्फ कराया जा सके, बल्कि उनकी अच्छी मॉनिटरिंग भी हो सके.
भारतीय जनता पार्टी के संगठन तंत्र की बात करें, तो 1900 मंडल इकाइयां हैं. इन सभी मंडलों में नए मंडल प्रभारी 31 अगस्त तक बनाए जाने हैं और इसको लेकर सभी जिला अध्यक्षों से इस काम को पूरा करने को कहा गया है और वर्तमान मंडल प्रभारियों को दूसरे दायित्व पर लगाया जाना है. इसके साथ ही पार्टी स्तर पर जिन लोगों की नाराजगी सामने आई है. पिछले कुछ दिनों में उन लोगों को मनाने के उद्देश्य से भी उन्हें मंडल प्रभारी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी, जिससे विधानसभा चुनाव से पहले एक तरफ जहां संगठन तंत्र को मजबूत किया जा सके. वहीं नाराज कार्यकर्ताओं को भी मनाया जा सके.
इसे भी पढ़ें-बसवराज बोम्मई बने कर्नाटक के नए सीएम, राज्यपाल ने दिलाई शपथ
भारतीय जनता पार्टी के मंडल प्रभारियों की निगरानी में आगामी दिनों में पार्टी के होने वाले अभियान और कार्यक्रमों को किया जाएगा. मंडल प्रभारियों के द्वारा जो अभियान और कार्यक्रम होते हैं, उसकी लगातार समीक्षा की जाती है. संगठन में बूथ स्तर तक की बैठक या अन्य पार्टी नेतृत्व द्वारा अभियान संचालित किए जाते हैं, उन्हें किस प्रकार से गति देनी है और इस काम को कैसे बूथ स्तर तक अंजाम देना है, उसको लेकर लगातार मंडल प्रभारी जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्माण करते हैं.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक वर्मा (BJP State Spokesperson Alok Verma) कहते हैं कि बिल्कुल संगठन तंत्र को मजबूत करना है. इसको लेकर जो जरूरत होती है, उसके अनुसार पार्टी नेतृत्व द्वारा काम किया जाता है. भारतीय जनता पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. 2022 का विधानसभा चुनाव है और यह चुनाव हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हम अपने संगठन की समीक्षा लगातार करते रहते हैं, जो नए लोग हैं, उन्हें नए तरह के दायित्व दिए जाते हैं, उन्हें पार्टी में लाया जाता है. अगर हमें लगता है कि किसी को नया दायित्व दिया जाना है, तो उसको उस अनुरूप काम दिया जाता है, यह एक सतत प्रक्रिया है. इसी तरह दिल्ली में भी भारतीय जनता पार्टी के सांसदों की एक बैठक चल रही है. भारतीय जनता पार्टी के संगठन तंत्र को किस प्रकार बेहतर ढंग से मजबूत करना है, उसको लेकर लगातार भारतीय जनता पार्टी सक्रियता से काम कर रही है, जहां जो जरूरत होती है, उसके अनुसार काम किया जाता है.
इसे भी पढ़ें- जासूसी कांड पर विपक्ष हमलावर, राहुल बोले- मोदी सरकार ने कराई जासूसी, देना होगा जवाब