लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने रविवार को नगर निकाय चुनाव (Municipal Elections 2022) की तैयारी को आगे बढ़ाने के लिए एक बड़ी बैठक आयोजित की. बैठक में निकाय चुनाव के प्रत्याशियों पर चर्चा के साथ ही चुनावी तैयारियों को मंडल व बूथ स्तर तक तेजी से आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई. बैठक में भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश के सभी जिला अध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष व क्षेत्रीय अध्यक्ष क्षेत्रीय संगठन मंत्री बुलाए गए. इस बैठक में पार्टी के सभी प्रदेश पदाधिकारी भी बैठक में शामिल हुए.
नगर निकाय चुनाव को लेकर आरक्षण आने के बाद सीटवार पार्टी प्रत्याशियों को लेकर न सिर्फ चर्चा हुई बल्कि क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ साथ पार्टी के जिला और महानगर अध्यक्ष से पैनल मांगे गए, जिससे आने वाले कुछ दिनों में प्रत्याशियों के नाम वाले पैनल को अंतिम रूप देते हुए पार्टी उम्मीदवारों की सूची घोषित किए जा सके. इसके अलावा नगर निकाय चुनाव में सहयोगी दल अपना दल व निषाद पार्टी को भी गठबंधन के विधान शामिल करने ना करने को लेकर भी चर्चा की गई.
नगर निकाय वाले क्षेत्रों में पार्टी की तैयारियों को मंडल स्तर पर और बूथ स्तर तक तेजी से आगे बढ़ाने केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने व प्रबुद्ध जन सम्मेलनों के माध्यम से चुनावी तैयारियों को तेजी से आगे बढ़ाने पर चर्चा की गई. नगर निगम वाले क्षेत्रों में आरक्षण के अनुसार पार्टी उम्मीदवारों के नाम के पैनल भी जल्द से जल्द प्रदेश मुख्यालय भेजने के दिशा निर्देश भी दिया गया.
इस महत्वपूर्ण बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह सहित सभी प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय संगठन मंत्री व प्रदेश के सभी जिला और महानगर अध्यक्ष उपस्थित रहे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर आज पार्टी पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों के साथ बैठक करके रणनीति बनाने का काम कर रहे हैं. आरक्षण आने के बाद उम्मीदवारों और चुनावी तैयारियों को कैसे निचले स्तर तक ले जाना है.
उस पर बातचीत की गई है. निकाय चुनाव में सहयोगी दलों के साथ गठबंधन आदि के विषय पर केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा के बाद इसे तय किया जाएगा. भारतीय जनता पार्टी अपने सिंबल पर मेयर नगर पालिका अध्यक्ष नगर पंचायत अध्यक्ष के साथ-साथ सभासद के पदों पर चुनाव लड़ेगी. संगठन के कामकाज निचले स्तर तक ले जाने पर बातचीत हुई है. उपचुनाव में मिली हार को लेकर हम लोग समीक्षा करेंगे. समीक्षा के बाद जो फीडबैक मिलेगा उसी के आधार पर आगे की रणनीति बनाने का काम किया जाएगा.
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