लखनऊ: राजधानी लखनऊ स्थित गोमती नगर में विपुल खंड ब्रांच के इंडियन मार्केट आई बैंक से साइबर ठगों ने 30 लाख रुपये उड़ा लिए. गोमती नगर विपुल खंड ब्रांच में इंडियन मार्केट आयल बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच है. साइबर ठगों ने इंडियन मार्केट टाइटल बैंक की ईमेल आईडी हैक कर बैंक ऑफ बड़ौदा को एक फर्म समेत तीन खातों में रुपये ट्रांसफर करने की रिक्वेस्ट भेजी थी. इस ईमेल के आधार पर बैंक ऑफ बड़ौदा की तरफ से बताए गए खातों में 30 लाख रुपये भी ट्रांसफर कर दिए गए. बैंक कर्मचारियों द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है.
कैंट रोड स्थित इंडियन मार्केट टाइल कोऑपरेटिव बैंक को वर्ष 1989 में रिजर्व बैंक से लाइसेंस मिला था. बैंक के सीईओ विनय भूटानी के अनुसार, आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक लिक्विड बनाए रखने के लिए 7 करोड़ 25 लाख की एफडी कराई गई थी. साथ ही एक ओवरड्राफ्ट खाता भी खोला गया था. जिसका संचालन विनय भूटानी, पीके तलवार, विनोद गौतम और राजेश श्रीवास्तव संयुक्त रूप से कर रहे थे. लेकिन 16 जून को बैंक की तरफ से 50 लाख की एफडी कराने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा को एक पत्र भेजा जाता है. जिसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा से उन्हें सूचना मिली कि आईडी बनाने के खाते में 24 लाख रुपये बचेंगे. यह बात सुनते ही विनय भूटानी और उनके साथी परेशान हो गया. बैंक ऑफ बड़ौदा पहुंचकर छानबीन करने पर पता चला कि 8 जून से 16 जून के बीच जीशान, शाकिब और बालाजी इंटरप्राइजेज के खाते में करीब 30 लाख रुपया ट्रांसफर किया गया है.
जबकि विनय के अनुसार उनके बैंक की तरफ से रुपए ट्रांसफर करने के लिए नहीं कहा गया था. वहीं बैंक के अधिकारियों का कहना है कि ईमेल आईडी से एक रिक्वेस्ट भेजी गई थी. जिसके बाद संबंधित खातों में रुपये ट्रांसफर किए गए थे. 19 जून को विनय भूटानी ने याहू कंपनी से इंडियन बैंक की ईमेल आईडी से डिलीट की गई मेल की जानकारी भी मांगी. वहीं 20 जनवरी को जवाब आने पर पता चला कि उनके बैंक की आईडी का इस्तेमाल करके बैंक ऑफ बड़ौदा को रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा गया था. साथ ही बैंक अधिकारियों से पूछताछ करने पर उन्होंने ईमेल भेजने से मना कर दिया. गोमती नगर प्रभारी धीरज के अनुसार इंडियन मार्केट टाइटल बैंक के सीईओ की तहरीर पर रुपये हासिल करने वाले धारकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.