लखनऊ: राजधानी में बिहार के मोस्टवांटेड माफिया वीरेंद्र उर्फ गोरख ठाकुर की दिनदहाड़े हत्या कर सनसनी फैलाने वाले फिरदौस का तो पुलिस अब तक सुराग नहीं लगा सकी है. लेकिन, मुकदमे में नामजद बिट्टू जायसवाल को सोमवार को लखनऊ पुलिस ने एनकाउंटर में गिरफ्तार किया है. पूछताछ में बिट्टू ने दावा किया है कि फिरदौस तो सिर्फ मोहरा था, हत्या की स्क्रिप्ट तो उसकी पत्नी प्रियंका ने लिखी थी. बारीकी से गोरख की रेकी, उसके खास लोगों को अपने साथ लाना और फिर हत्या की तारीख को लॉक करना ये सब प्रियंका ने फिरदौस के साथ मिलकर तय किया था.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बिट्टू ने पूछताछ में बताया है कि प्रियंका जिससे उसने शादी की थी, वो गोरख ठाकुर की खून की प्यासी थी. वह किसी भी हाल में गोरख को मारना चाहती थी. इसे उसने अपना मकसद बना लिया था. हालांकि, वो कई बार उसे ऐसा करने से रोकता था. लेकिन, फिरदौस के डर से खुलेतौर पर विरोध नहीं कर सका था.
बिट्टू ने बताया कि 2019 में गोरख जब अपने इलाज के लिए खुसबुन तारा के साथ दिल्ली गया था, तभी गोरख को बिना बताए बिहार में उसके पास आ गई थी. दोनों ने मंदिर में जाकर शादी की थी. इसके कुछ दिन बाद ही प्रियंका फिरदौस से मुलाकात करने लगी थी. इस दौरान दोनों ने मिलकर गोरख ठाकुर की हत्या करने की पटकथा लिखनी शुरू कर दी थी.
फिरदौस करीबी था गोरख के परिवार में, उसी से कराई रेकी
बिट्टू ने पुलिस के सामने खुलासा करते हुए बताया कि प्रियंका लगभग 9 साल तक गोरख ठाकुर के साथ रही थी. उसे गोरख के हर ठिकाने व करीबियों की जानकारी थी. उसने फिरदौस द्वारा पहले से ही गोरख के पास सेट किए गए लोगों की मदद से कुछ और लोगों को अपने साथ मिला लिया और हत्या के एक महीने पहले से ही रेकी करने लगे थे. जिसे 25 जून को अंजाम दिया था.
बिट्टू भी नहीं दे पाया वर्दी वाले शूटरों का सुराग
गोरख की रेकी से लेकर उसकी हत्या तक सभी जानकारी पुलिस को मिलने के बाद जब बिट्टू से हत्या करने वाले शूटर से जुड़ी पूछताछ की गई तो वो उनका कोई सुराग नहीं दे पाया. उसने कहा कि हत्या किसने की और इसकी तारीख कब तय हुई यह सब नहीं जानता. पुलिस अब कोर्ट से बिट्टू की रिमांड लेगी, जिससे वो फिरदौस के पिता के साथ आमने-सामने बैठाकर पूछताछ कर सके.
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एनकाउंटर के एक दिन पहले नेपाल बॉर्डर पर मौजूद था बिट्टू
सोमवार को लखनऊ में एनकाउंटर से एक दिन पहले कमलेश जायसवाल उर्फ बिट्टू प्रियंका के साथ नेपाल-बिहार बॉर्डर रक्सौल में मौजूद था. उसकी लोकेशन इसी जगह पर थी. वहीं, लखनऊ पुलिस का दावा है कि सोमवार को सरेंडर करने के इरादे से बिट्टू लखनऊ में वकील से मिलने आया था. वहीं, पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक, बीते 13 जुलाई को फिरदौस बरवा बरौली स्थित अपने घर पर ही छिपा था. लेकिन, एक पुराने मामलें में जब बिहार की शिकारगंज पुलिस फिरदौस के पिता को गिरफ्तार करने उसके घर पहुंची तो फिरदौस ने अपने लोगों से पुलिस पर हमला करवा दिया और पिता को छुड़वा लिया. इसी का फायदा उठाकर खुद बाइक से फरार हो नेपाल के बीरगंज में कहीं छिपा हुआ है. माना जा रहा है कि लखनऊ पुलिस के चंगुल में आने पर प्रियंका भी फिरदौस के पास पहुंच गई.
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