लखनऊ: प्रदेश के किसानों के हित में सीएम योगी ने एक और बड़ा कदम उठाया है. सीएम योगी ने शासन के अधिकारियों को फील्ड में तैनात किए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों से जुड़ी समस्याओं को तत्काल निजात दिलाने के लिए अधिकारियों का क्षेत्र में होना आवश्यक है. लिहाजा बड़े अधिकारी फील्ड में तैनात रहेंगे, तो किसान अपनी समस्या उनके समक्ष उठा सकेंगे.
फील्ड में तैनात अफसर सीएम को देंगे रिपोर्ट
धान क्रय केंद्रों, गन्ना खरीद केंद्रों और गोआश्रय स्थलों के लिए सीधे फील्ड में वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की जा रही है. ज्ञात हो कि कई जिलों से धान खरीद में लापरवाही की शिकायत आ रही थी. सीएम योगी ने लखनऊ से हर जिले में नोडल अफसर भेजने के निर्देश दिए. जिलों में जाने वाले अधिकारी धान क्रय केंद्र, गन्ना खरीद केंद्र और गोआश्रय स्थलों का निरीक्षण करेंगे और सीधे मुख्यमंत्री को उसके बारे में पूरी रिपोर्ट सौंपेंगे.
किसानों की नाराजगी नहीं चाहती सरकार
अधिकारी कोविड की समीक्षा, वरासत अभियान की समीक्षा, किसान नेताओं संगठनों से संवाद भी करेंगे. मुख्यमंत्री के इस कदम को किसान आंदोलन से जोड़कर देखा जा रहा है. सरकार को डर है कि एनसीआर क्षेत्र में चल रहे किसानों के आंदोलन की जानकारी प्रदेश में न फैलने पाए. इसलिए किसानों की समस्याओं को लेकर सरकार बेहद संजीदगी से काम करने में जुट गई है. सरकार नहीं चाहती कि किसानों में किसी भी प्रकार से नाराजगी पैदा हो.
सीएम योगी का फरमान
मुख्यमंत्री ने एक बैठक में सीधा फरमान सुनाया है. उन्होंने कहा कि धान क्रय केंद्र, गन्ना खरीद केंद्र या गोआश्रय स्थलों में गड़बड़ी मिली तो जवाबदेही तय होगी. लापरवाहों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले भी मुख्यमंत्री ने बढ़ती कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए भी जिलों में नोडल अफसरों की तैनाती की थी.