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...तो ऐसे चुनावी बेड़ा पार लगाएगी भाजपा, मुकम्मल तैयारी में जुटी पार्टी

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Published : Aug 6, 2021, 10:58 PM IST

आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने मुकम्मल तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के जरिए चुनावी बेड़ा पार करना चाहती है. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद (Cultural Nationalism) और विकास दोनों को मिलाकर पार्टी सत्ता के समीकरण को साधना चाहती है.

भारतीय जनता पार्टी
भारतीय जनता पार्टी

लखनऊ : विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर भाजपा (Bharatiya Janata Party) का चुनावी एजेंडा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद (Cultural Nationalism) के इर्द-गिर्द ही होगा. उसी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी अपने चुनावी एजेंडे को आगे बढ़ा रही है. पार्टी इसी के मुताबिक अपने कार्यक्रम का भी आयोजन कर रही है. बीजेपी नेतृत्व चुनाव को केंद्र में रखते हुए अपना सियासी एजेंडा भी सेट करने में जुटी है. खास बात यह है कि बीजेपी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को धार देते हुए चुनाव की तैयारी कर रही है. यही कारण है कि विंध्याचल से लेकर अयोध्या तक और काशी से लेकर मथुरा तक सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए पार्टी प्रयत्नशील है.


केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मिर्जापुर में 150 करोड़ रुपये की लागत वाली विंध्याचल कॉरिडोर परियोजना का शिलान्यास किया तो इसके साथ ही विंध्याचल में 16 करोड़ रुपये की लागत से रोपवे का भी उद्घाटन किया. भाजपा विंध्यवासिनी धाम जैसे शक्तिपीठ के आसपास के क्षेत्रों में विकास से जुड़ी परियोजनाओं को आगे बढ़ाकर सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के जरिए लोगों को जोड़ने का प्रयास कर रही है. भाजपा हिंदुत्व और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से विकास को जोड़कर रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने का दावा करती है.

वीडियो रिपोर्ट

सियासी लाभ की कोशिश

भाजपा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को विकास से जोड़कर सियासी लाभ की कोशिश कर रही है. स्वाभाविक है जब विंध्याचल धाम में विकास योजनाएं आगे बढ़ेगी तो भाजपा इसे सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से जोड़ते हुए इसका सियासी लाभ लेने की कोशिश करेगी. राम मंदिर के साथ ही अयोध्या के चहुंमुखी विकास की रणनीति को भी इसी एजेंडे का हिस्सा माना जा रहा है.

बदलेगी अयोध्या की तस्वीर

अयोध्या में 5 अगस्त को कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) शामिल हुए. उन्होंने पहले से चल रही करीब 32 सौ करोड़ रुपये की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अयोध्या को दिव्य और भव्य बनाने का काम चल रहा है. अयोध्या में राम मंदिर के साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर तमाम स्तर पर प्रयास हो रहा है और योजनाओं पर काम चल रहा है. भाजपा की कोशिश है कि राम राज्य की जो परिकल्पना है वह आने वाले समय में साकार होती हुई नजर आए.

धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी का हो रहा विकास

भारतीय जनता पार्टी धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी का भी बड़े पैमाने पर विकास करने में जुटी है. काशी को धर्म और अध्यात्म का बड़ा केंद्र माना जाता है. इसके विकास के जरिए वह अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहती है. इसके अलावा राज्य सरकार मथुरा में भी तमाम तरह के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है. विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी हर स्तर पर अपनी चुनावी तैयारियों को मुकम्मल कर रही है. एक तरफ जहां संगठन तंत्र को मजबूत करने पर काम हो रहा है वहीं दूसरी तरफ तमाम तरह के अभियान और कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. पार्टी के सांसद और विधायकों को जिम्मेदारी सौंपे जाने के अलावा जनता से भी सीधे संवाद करने की दिशा में काम हो रहा है.


साकार होगा रामराज का सपना !

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों को फ्री अनाज दिया जा रहा है. 5 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से करोड़ों लाभार्थियों को अनाज बांटने के कार्यक्रम की शुरुआत की और लोगों से सीधे संवाद किया. चुनाव से पहले गरीब अन्न कल्याण योजना के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी की सरकार जनता से सीधे जुड़ने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रही है. इसका सियासी फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिल सकता है. 5 अगस्त को उत्तर प्रदेश में गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से करीब 3 करोड़ 42 लाख लोगों को जोड़ा गया. ऐसे में स्वाभाविक है कि तीन करोड़ 42 लाख लोगों के साथ भारतीय जनता पार्टी ने संवाद स्थापित किया और इसका फायदा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हो सकता है.

भाजपा प्रवक्ता का क्या है कहना

भाजपा के प्रवक्ता हीरो वाजपेई कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की विजय यात्रा 2014 में शुरू हुई थी. उसका मुख्य एजेंडा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद था. अपने संस्कार, संस्कृति, धर्म और अपने गौरव को अन्य राजनीतिक दलों ने दरकिनार कर दिया था. वह कहते हैं कि पार्टी उस रामराज्य की ओर बढ़ रही है जहां सभी को साधन सुलभ हो. पार्टी की कोशिश है कि वह समाज के सभी तबके के लोगों तक विकास की रोशनी पहुंचा सके.

क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषक

राजनीतिक विश्लेषक डॉ. दिलीप अग्निहोत्री कहते हैं कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद भाजपा का प्रमुख मुद्दा रहा है. लेकिन, जब भी हम सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की बात करते हैं तो इसके दो पहलू हैं. पहला, अपनी संस्कृति के प्रति गर्व करना और उसके उत्थान के लिए काम करना. दूसरा, विकास. भारतीय जनता पार्टी दोनों पहलुओं को लेकर काम कर रही है.

इसे भी पढ़ें - भाजपा नेता ने CM योगी को लिखा पत्र, आप लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की कृपा करें!

लखनऊ : विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर भाजपा (Bharatiya Janata Party) का चुनावी एजेंडा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद (Cultural Nationalism) के इर्द-गिर्द ही होगा. उसी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी अपने चुनावी एजेंडे को आगे बढ़ा रही है. पार्टी इसी के मुताबिक अपने कार्यक्रम का भी आयोजन कर रही है. बीजेपी नेतृत्व चुनाव को केंद्र में रखते हुए अपना सियासी एजेंडा भी सेट करने में जुटी है. खास बात यह है कि बीजेपी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को धार देते हुए चुनाव की तैयारी कर रही है. यही कारण है कि विंध्याचल से लेकर अयोध्या तक और काशी से लेकर मथुरा तक सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए पार्टी प्रयत्नशील है.


केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मिर्जापुर में 150 करोड़ रुपये की लागत वाली विंध्याचल कॉरिडोर परियोजना का शिलान्यास किया तो इसके साथ ही विंध्याचल में 16 करोड़ रुपये की लागत से रोपवे का भी उद्घाटन किया. भाजपा विंध्यवासिनी धाम जैसे शक्तिपीठ के आसपास के क्षेत्रों में विकास से जुड़ी परियोजनाओं को आगे बढ़ाकर सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के जरिए लोगों को जोड़ने का प्रयास कर रही है. भाजपा हिंदुत्व और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से विकास को जोड़कर रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने का दावा करती है.

वीडियो रिपोर्ट

सियासी लाभ की कोशिश

भाजपा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को विकास से जोड़कर सियासी लाभ की कोशिश कर रही है. स्वाभाविक है जब विंध्याचल धाम में विकास योजनाएं आगे बढ़ेगी तो भाजपा इसे सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से जोड़ते हुए इसका सियासी लाभ लेने की कोशिश करेगी. राम मंदिर के साथ ही अयोध्या के चहुंमुखी विकास की रणनीति को भी इसी एजेंडे का हिस्सा माना जा रहा है.

बदलेगी अयोध्या की तस्वीर

अयोध्या में 5 अगस्त को कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) शामिल हुए. उन्होंने पहले से चल रही करीब 32 सौ करोड़ रुपये की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अयोध्या को दिव्य और भव्य बनाने का काम चल रहा है. अयोध्या में राम मंदिर के साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर तमाम स्तर पर प्रयास हो रहा है और योजनाओं पर काम चल रहा है. भाजपा की कोशिश है कि राम राज्य की जो परिकल्पना है वह आने वाले समय में साकार होती हुई नजर आए.

धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी का हो रहा विकास

भारतीय जनता पार्टी धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी का भी बड़े पैमाने पर विकास करने में जुटी है. काशी को धर्म और अध्यात्म का बड़ा केंद्र माना जाता है. इसके विकास के जरिए वह अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहती है. इसके अलावा राज्य सरकार मथुरा में भी तमाम तरह के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है. विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी हर स्तर पर अपनी चुनावी तैयारियों को मुकम्मल कर रही है. एक तरफ जहां संगठन तंत्र को मजबूत करने पर काम हो रहा है वहीं दूसरी तरफ तमाम तरह के अभियान और कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. पार्टी के सांसद और विधायकों को जिम्मेदारी सौंपे जाने के अलावा जनता से भी सीधे संवाद करने की दिशा में काम हो रहा है.


साकार होगा रामराज का सपना !

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों को फ्री अनाज दिया जा रहा है. 5 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से करोड़ों लाभार्थियों को अनाज बांटने के कार्यक्रम की शुरुआत की और लोगों से सीधे संवाद किया. चुनाव से पहले गरीब अन्न कल्याण योजना के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी की सरकार जनता से सीधे जुड़ने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रही है. इसका सियासी फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिल सकता है. 5 अगस्त को उत्तर प्रदेश में गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से करीब 3 करोड़ 42 लाख लोगों को जोड़ा गया. ऐसे में स्वाभाविक है कि तीन करोड़ 42 लाख लोगों के साथ भारतीय जनता पार्टी ने संवाद स्थापित किया और इसका फायदा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हो सकता है.

भाजपा प्रवक्ता का क्या है कहना

भाजपा के प्रवक्ता हीरो वाजपेई कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की विजय यात्रा 2014 में शुरू हुई थी. उसका मुख्य एजेंडा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद था. अपने संस्कार, संस्कृति, धर्म और अपने गौरव को अन्य राजनीतिक दलों ने दरकिनार कर दिया था. वह कहते हैं कि पार्टी उस रामराज्य की ओर बढ़ रही है जहां सभी को साधन सुलभ हो. पार्टी की कोशिश है कि वह समाज के सभी तबके के लोगों तक विकास की रोशनी पहुंचा सके.

क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषक

राजनीतिक विश्लेषक डॉ. दिलीप अग्निहोत्री कहते हैं कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद भाजपा का प्रमुख मुद्दा रहा है. लेकिन, जब भी हम सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की बात करते हैं तो इसके दो पहलू हैं. पहला, अपनी संस्कृति के प्रति गर्व करना और उसके उत्थान के लिए काम करना. दूसरा, विकास. भारतीय जनता पार्टी दोनों पहलुओं को लेकर काम कर रही है.

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