लखनऊ : ईद उल अजहा पूरे देश में 29 जून को इस वर्ष मनाई जाएगी. सोमवार देर शाम लखनऊ समेत देश के कई हिस्सों में चांद दिखने की तस्दीक हो गई है. शिया सुन्नी चांद कमेटियों ने ईद उल अजहा की तारीख का एलान कर दिया है. लखनऊ में मौलाना खालिद रशीद, मुफ्ती अबुल इरफान मियां, मौलाना सैफ अब्बास ने चांद नज़र आने का एलान कर दिया है.
इस्लाम धर्म में दो ईद मनाई जाती हैं. पहली रमजान महीने के बाद ईद उल फितर जिसे मीठी ईद के रूप में भी जाना जाता है, वहीं दूसरी इस्लामिक महीने जिल हिज्जा महीने की 10 तारीख को जिसे ईद उल अजहा कहा जाता है. हिंदुस्तान समेत कुछ देशों में ईद उल अजहा को बकरीद के नाम से भी जाना जाता है. इस त्योहार में बकरे व अन्य जानवरों को अल्लाह की राह में कुर्बान करते हैं. जानवर के गोश्त को गरीबों और जरूरतमंदों को बांटा जाता है.
मरकजी चांद कमेटी फरंगी महल के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि 'जिल हिज्जा महीने के चांद का दीदार आज हो गया है. इस लिहाज से पूरे मुल्क में 29 जून को बकरीद यानी ईद उल अजहा का त्योहार मनाया जायेगा. उन्होंने बताया कि ऐशबाग ईदगाह में सुबह 10 बजे ईद उल अजहा की नमाज़ अदा कराई जाएगी. मौलाना ने इस मौके पर अपील करते हुए व्यापारियों से कहा कि जानवरों की खरीद फरोख्त उन्हीं जगहों पर की जाए जहां मंडियां और इलाके बनाए गए हैं. इसी के साथ मौलाना ने कहा कि छोटे जानवरों को अपने घरों में और बड़े जानवरों को मदरसे या अपनी बड़ी जगहों पर ही कुर्बान करें और कोई भी कुर्बानी सार्वजनिक जगहों पर नहीं की जाए.'