संत कबीर नगर : साल 2022 की शुरुआती महीनों में यूपी विधानसभा चुनाव होने वाला है. इसके लिए तैयारियां अब तैयारियां भी जोरों से होने लगी हैं. भारतीय जनता पार्टी का साढ़े 4 साल का कार्यकाल बीत चुका है. जिले में बड़े-बड़े नेताओं का भी आना-जाना शुरू हो गया है. चुनाव से पहले ईटीवी भारत ने संत कबीर नगर के लोगों से कई मुद्दों पर बातचीत की. इस दौरान लोग अपने नेता ने नाराज दिखे. जनता का कहना है कि जिले की सड़कें बेहाल हैं. मूलभूत सुविधाओं के लिए लोग तरस रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी विकास की बात कर रही है. आखिर विकास कहां है ?
ईटीवी भारत की टीम नगर पालिका परिषद क्षेत्र खलीलाबाद की जनता से रूबरू हुई तो कैमरे के सामने उनका दर्द छलक उठा. जिले की नगर पालिका परिषद में आने वाली सड़क जो अंबेडकर नगर, धनघटा और मेहदावल को जोड़ती है. वह पूरी तरीके से बदहाल है. सड़कों पर बने बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटना का सबब बन रहे हैं. हल्की सी बारिश में सड़कें नदी में तब्दील हो जाती है. बातचीत के दौरान लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. स्थानीय लोगों का कहना है कि इन साढ़े 4 सालों में सिर्फ कागजों में विकास हुआ है. जिले की सड़कें खस्ताहाल है. जब शहर की सड़क का यह हाल है तो ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों का क्या हाल होगा आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं. खलीलाबाद शहर और अंबेडकर नगर जिले को जोड़ने वाली सड़क वर्षों से बदहाल पड़ी है. सड़कें पूरी तरीके से टूट चुकी है. सड़कों पर भारी भारी गड्ढे हैं जहां से हजारों वाहनों का आवागमन होता है.
इसे भी पढ़ें- खलीलाबाद : जहां हर बार बदलते हैं विधायक, क्या कब्जा बरकरार रख पाएगी बीजेपी !
जिले में तीन विधायक और एक मंत्री हैं जो इसी सड़कों से गुजर कर अपने घर तक आते जाते डीएम का काफिला भी इसी सर को से गुजरता है, लेकिन इस सड़क को बनवाने के लिए कोई भी जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अफसर पहल नहीं कर रहा है. आए दिन इन सड़कों पर दुर्घटनाएं होती रहती है. भारतीय जनता पार्टी ने अपने रिपोर्ट कार्ड में उत्तर प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का जो दावा किया है. वह पूरी तरीके से फेल हुआ है. खलीलाबाद से मेहदावल मार्ग बदहाल पड़ा है. ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें भी पूरी तरीके से टूट चुकी है. हल्की सी बरसात में सड़कों पर बाढ़ जैसी स्थिति है. फिर भी सरकार इसके लिए कोई पहल नहीं कर पा रही है.
संत कबीर नगर जिले के ग्रामीणों की मांग है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मामले की जांच कराएं. ग्रामीणों ने कहा कि सीएम योगी जेल का लोकार्पण करने आए थे. हेलीकॉप्टर से आए और चले गए. अगर वह शहर में घूमे होते तो लोगों की समस्याओं से रूबरू होते, इन समस्याओं से निदान मिलता. ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है किस शहर की समस्याओं को दूर कराएं.