लखनऊ: सपा सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां की मुश्किलें अब और बढ़ने वाली हैं. उनके कार्यकाल के दौरान हज हाउस निर्माण के मामले में हुए घोटाले को लेकर उनपर शिकंजा कसा जा सकता है. दरअसल, उनके अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रहने के दौरान राजधानी लखनऊ और गाजियाबाद में हज हाउस का निर्माण हुआ था. इन दोनों हज हाउस के निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता सामने आई थी. हज हाउस के निर्माण के दौरान के जरूरत से ज्यादा धन का उपयोग किया गया था. इस मामले में जांच कर रही एसआईटी अब अंतिम दौर में है और निर्माण कार्य में कार्यदायी संस्था सीएनडीएस के अभियंता की भूमिका तय कर रही है. सीएनडीएस के अभियंता से पूछताछ के बाद खुलासे भी हो सकते हैं.
हज हाउस घोटाले की जांच से बढ़ेंगी आजम खां की मुश्किलें
सपा सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रहे आजम खां के समय लखनऊ और गाजियाबाद में हज हाउस का निर्माण हुआ था. गाजियाबाद में आला हजरत हज हाउस और लखनऊ के मौलाना अली मियां मेमोरियल हज हाउस के निर्माण में जरूरत से ज्यादा धन खर्च किया गया था. बाद में गाजियाबाद में हिंडन नदी के किनारे बने हज हाउस को एनजीटी के आदेश पर सील कर दिया गया था क्योंकि इसमें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं है. जिसकी वजह से वहां से निकलने वाला पानी से नदी गंदी हो रही थी. इन दोनों हज हाउस के निर्माण के दौरान बरती गई अनियमितता के मामले में जांच अंतिम दौर में है. इस मामले में अब कार्यदाई संस्था सीएनडीएस के अभियंताओं से पूछताछ होगी. जिसके बाद आजम खां की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. बता दें कि आजम खां पिछले 10 माह से सीतापुर जेल में बंद हैं.
कब बने थे दोनों हज हाउस
लखनऊ हज हाउस का निर्माण मुलायम सिंह सरकार के दौरान अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रहे आजम खान ने कराया था. यह निर्माण 2004 से लेकर 2006 के बीच हुआ था. वहीं गाजियाबाद में हिंडन नदी के किनारे बनाए गए हज हाउस का निर्माण सपा की अखिलेश यादव सरकार किस समय पूरा हुआ.