लखनऊ : आवास विकास परिषद की नव्य अयोध्या स्कीम अयोध्या के आधुनिक रहन-सहन को और आध्यात्मिक बना रही है. लगभग पांच हजार एकड़ की आवासीय योजना को अमली जामा पहनाया जा रहा है. इसमें मठ, मंदिर, यज्ञशाला और एकरूप आवासीय निर्माण किए जाएंगे.
व्यावसायिक भूखंड की बुकिंग शुरू : अयोध्या में आवास विकास परिषद ने 'नव्य अयोध्या' नाम से कॉलोनी विकसित करने का काम शुरू कर दिया है. मठ मंदिरों और आश्रम के अलावा व्यावसायिक भूखंड के लिए बुकिंग हो चुकी है. निकट भविष्य में आवासीय प्लाट बुकिंग भी शुरू की जाएगी. यह कॉलोनी करीब 2200 एकड़ की होगी. जिसका पहला चरण 1200 एकड़ का होगा. इस पूरी कॉलोनी की खास बात यह है कि रिहायशी मानचित्र को मंदिरों की तरह दर्शाया जाएगा. सभी घरों का नक्शा एक जैसा बनाने की योजना है. सभी का स्वरूप राम मंदिर की तरह रखा जाएगा. पूरी दुनिया में यह अपने तरह की एक अद्भुत कॉलोनी होगी, जिसका संपूर्ण वास्तु वैदिक होगा.
काॅलोनी में होटल, सराय और गेस्ट हाउस : अयोध्या में 'नव्य अयोध्या' स्कीम को लेकर आवास आयुक्त ने बताया कि पहला चरण करीब 1200 एकड़ का है. जिसके लिए भूमि अर्जन का काम बहुत तेजी से चल रहा है. इस कॉलोनी से राम मंदिर की दूरी छह किलोमीटर है. जिसके बाद में पुरानी बसी हुई अयोध्या और लखनऊ-गोरखपुर हाईवे है. इस हाईवे को पार करने के बाद यह 'नव्य अयोध्या' बसाई जा रही है. न केवल रिहायशी, बल्कि यहां पर व्यावसायिक होटल, सराय और गेस्ट हाउस बनाए जाएंगे. इसके बीचोबीच वैदिक कर्मकांड के लिए एक विशेष स्थान का भी निर्माण किया जाना है. 'नव्य अयोध्या' में रहने वालों को आध्यात्मिक अनुभूति हो, वह यह महसूस करें कि वह राम नगरी में हैं, इसका पूरा इंतजाम किया जाएगा.
लगभग चार हजार रुपये वर्ग फीट होगी प्लाॅट की कीमत : अयोध्या में इस हाउसिंग स्कीम में भूखंडों की कीमत करीब ₹4000 प्रति वर्ग फीट रखी जा सकती है. व्यावसायिक दर इसकी दो गुनी होगी. व्यावसायिक में दोगुनी दर पर बेस प्राइस होगा और नीलामी में आवास विकास परिषद को जितना अधिक रेट मिल जाएगा वह लेगा. फिलहाल करीब 100 से अधिक मैथ और आश्रमों ने यहां बुकिंग कराई है जिनको लॉटरी के आधार पर जमीन उपलब्ध कराई जाएगी. पूरे देश से अधिकांश राज्यों के अतिथि गृह भी इस स्कीम में बनाए जाएंगे. जहां उन राज्यों के विशिष्ट अतिथियों और भक्तों के ठहरने की व्यवस्था की जाएगी. अगले 2 साल में 90 अयोध्या स्कीम पूरी तरह से विकसित हो जाएगी और यहां लोग रहना शुरू कर देंगे. राम मंदिर का प्राचीन इस योजना से साफ देखा जा सकेगा. जो यहां रहने वाले लोगों के लिए विशेष आकर्षण होगा.
'नव्य अयोध्या' में होगा हर घर मंदिर, 2200 एकड़ में बसेगी कॉलोनी