लखनऊ: राजधानी के आरटीओ कार्यालय परिसर में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब ऑटो ओनर्स-चालक वेलफेयर एसोसिएशन (auto owners/chalak welfare association) के पदाधिकारियों ने एक आरआई पर रिश्त मांगने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. बताया जा रहा है कि 15 वर्ष पूर्ण होने पर ऑटो रिक्शा कटाने के बाद पंजीयन निरस्त और फाइल पर हस्ताक्षर करने के लिए यहां तैनात आरआई ने रिश्वत की मांग की. हंगामे की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एआरटीओ प्रशासन अखिलेश द्विवेदी ने आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
जानकारी के मुताबिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों का आरोप है कि 15 वर्ष पूर्ण होने पर ऑटो रिक्शा कटाने के बाद यहां तैनात आरआई द्वारा पंजीयन निरस्त और फाइल हस्ताक्षर करने के लिए रिश्वत की मांग की गई. जब पैसे देने से मना किया गया तो आरआई ने बिना रिश्वत दिए फाइल पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया. इसके बाद पीड़ित ऑटो मालिक की शिकायत पर लखनऊ ऑटो ओनर्स-चालक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष किशोर वर्मा अन्य पदाधिकारियों के साथ आरटीओ कार्यालय पहुंचे और घेराव कर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया और साथ आरटीओ में तैनात आरआई विष्णु कुमार को हटाने की मांग करने लगे.
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वहीं, मामले की जानकारी लगते ही एआरटीओ प्रशासन अखिलेश द्विवेदी मौके पर पहुंचे और आरआई के खिलाफ लिखित शिकायती पत्र दिए जाने पर सख्स से सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि आरआई विष्णु कुमार काम करने में लेटलतीफी कर रहे हैं. इसी बात को लेकर पदाधिकारियों ने हंगामा किया दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया हैं. साथ ही मामले की जांच की जा रही है.
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