लखनऊ : उत्तर प्रदेश में यूपी एटीएस की टीम के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय साइबर क्राइम गैंग के 14 लोगों को छापेमारी करके गिरफ्तार किया गया है. वहीं गिरफ्तारी के दौरान नौ लोगों के पास से 250 सिम और 50 दिन के सिम के रैपर बरामद हुए थे. वहीं एक आरोपी प्रेम सिंह ने पूछताछ में बताया था कि उसने 1500 प्री एक्टिवेटेड सिम दिल्ली में बेचे थे. इस मामले में एटीएस को लगभग 1500 ऐसे संदिग्ध बैंक खातों का पता चला है जो उन्हीं मोबाइल नंबरों के माध्यम और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से खोले गए हैं. एटीएस की टीम अब इन बैंक खातों की जांच कर रही है. वहीं एटीएस को दो ऐसे विदेशी आरोपियों की भी तलाश है, जो इस गैंग से जुड़े हुए हैं.
ग्राहकों से उनके आधार कार्ड और पहचान पत्र लेकर उनके नाम पर फ्री एक्टिवेटेड सिम और बैंक खाते के मामलों में यूपी एटीएस की टीम अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं इनमें 9 लोग उत्तर प्रदेश के अमरोहा, मुरादाबाद और संभल से गिरफ्तार हुए. वहीं 5 लोग दिल्ली के उत्तम नगर से गिरफ्तार हुए थे. पूछताछ के बाद में अब एटीएस की टीम ने करीब ऐसे 1500 से ज्यादा बैंक खाता की जांच कर रही है, जो इन दस्तावेज और मोबाइल नंबरों का प्रयोग करते हुए खोले गए. वहीं इन बैंक खातों में यह भी पता चला है कि इनमें विदेशों से रकम भेजी गई है और कार्ड लेस पेमेंट से पैसे निकाले गए.
मोबाइल सिम लेते समय सावधान रहें ग्राहक
मोबाइल का सिम लेने वाले ज्यादातर ग्राहकों को यह नहीं पता होता है कि वह सिम लेने के लिए जिस डॉक्यूमेंट को मोबाइल रिटेलर को देते हैं. वह उसके नाम पर फर्जीवाड़ा करके दूसरा सिम भी निकाल सकता है. एटीएस ने अंतर्राष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गैंग के जिन लोगों को पकड़ा है, उनके पास से ऐसे ही प्री एक्टिवेटेड सिम मिले हैं. जो ग्राहकों की आईडी पर एक्टिवेट किए गए थे, इसलिए सिम खरीदते समय अब ग्राहक को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.