लखनऊ: उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता लगातार जासूसी रैकेट को लेकर अभियान चला रहा है. वहीं इसी दौरान एटीएस टीम को साइबर इकोनॉमिक फ्राड की घटनाएं करने वाले बड़े गिरोह के बारे में कुछ अहम जानकारियां हासिल हुई हैं. इसके बाद ही उत्तर प्रदेश एटीएस ने इस गिरोह के सदस्यों तक पहुंचने के लिए शनिवार को संभल, अमरोहा और मुरादाबाद में कई स्थानों पर छापेमारी की है. वहीं यह टीम खास कर कुछ सिम कार्ड डीलरों के यहां छानबीन करने में जुटी हुई है. क्योंकि बताया जा रहा है आर्थिक अपराध के बड़े मामलों की शिकायत पर एटीएस ने अपनी छानबीन को लेकर यह कदम बढ़ाया है.
साइबर क्राइम को लेकर छापेमारी
एटीएस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक यह टीम जासूसी रैकेट पर लगातार काम कर रही है. इसी दौरान एक जानकारी हासिल हुई है कि कुछ साइबर अपराधियों के तार विदेशी जासूसी रैकेट से जुड़े हुए हैं, जिसमें बताया गया है कि इन साइबर अपराधियों का यह नेटवर्क कई देशों से भी जुड़ा हुआ है. वहीं सूत्रों की मानें तो एटीएस की टीम ने चंदौली और हसनपुर में सिम बेचने वाले कुछ कारोबारियों से लंबी पूछताछ भी की है, जिसके बाद ही संदेह के घेरे में आए करीब छह से एटीएस की टीम द्वारा अलग-अलग पूछताछ की जा रही है. पूछताछ करने के दौरान उनसे अहम जानकारियां भी एटीएस द्वारा हासिल की जा रही है.
उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता एटीएस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने के आरोप में हापुड़ से पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा व उसे जासूसी के बदले रकम उपलब्ध कराने वाले अनस गितैली को गुजरात से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार हुए दोनों जासूसों से अभी तक पूछताछ चल रही है.
आईजी एटीएस जीके गोस्वामी का कहना है कि साइबर अपराध से जुड़े बड़े मामले में शनिवार को छापेमारी की कार्रवाई चल रही है. अभी कुछ अहम जानकारी हासिल नहीं हुई है, जिसको लेकर अभी भी छानबीन जारी है. उन्होंने कहा की टीम द्वारा छानबीन की जा रही है, उसके बाद ही कुछ जानकारी दी जाएगी.