लखनऊ : यूपी एटीएस ने सोमवार को आजमगढ़ व मिर्जापुर में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी अवैध टेलीफोन एक्सचेंज और वर्चुअल नंबरों का इस्तेमाल कर इंटरनेशनल गेटवे को बाईपास कर विभिन्न देशों से अंतरराष्ट्रीय कॉल करते थे, जिसमें कॉलर की पहचान नहीं हो पाती है ओर राजस्व की भी हानि होती है. यूपीएटीएस ने नदीम अहमद, दीवान बसर, मुन्ना कुरैशी उर्फ आसिफ, शमीम, कलीम अहमद और फारुख करीम को गिरफ्तार किया है. यह सभी आजमगढ़ के रहने वाले हैं.
यूपी एटीएस के मुताबिक, आजमगढ़ फूलपुर सीओ की टीम ने तीन अलग-अलग थाना क्षेत्र में छापेमारी कर छह लोगों को हिरासत में लिया है. इनके पास से एक्सचेंज चलाने के कई उपकरण बरामद किए गए हैं. पूछताछ के दौरान इन लोगों ने बताया कि सिम बॉक्स के माध्यम से विदेश में आने वाले फोन लाइन को लोकल काॅल में कन्वर्ट कर लोगों को सस्ते दामों में बात कराते थे. एटीएस को इनके पास से 234 प्री-एक्टीवेटेड भारतीय सिम, सात सिम बॉक्स, 9 प्री-एक्टीवेटेड नेपाली सिम, 79 मोबाइल फोन, तीन लैपटॉप, एक टैबलेट, एक सीपीयू और 21 मॉडम मिले हैं.
बता दें कि बीती फरवरी में लखनऊ के गुडंबा कल्याणपुर से अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने के मामले में आजमगढ़ के सरीमीर निवासी सरफराज को पकड़ा गया था. यह लोग वीआईपी नंबर के जरिए विदेश में कॉल करा रहे थे. इंटरनेट के जरिए की गई वाइस कॉल इंटरनेट की मदद से की जाती है. इसके लिए कॉल करने वाले यूजर्स को किसी भी सिम की जरूरत नहीं पड़ती है. बिना सिम के इस्तेमाल किए बिना ही काॅल की जा सकती है. इसे बहुत ही आसानी से सेट किया जा सकता है. इस कॉल को करने के लिए आपका फोन का वाई-फाई से कनेक्ट होना बहुत ही जरूरी है. इसके साथ ही सेशन इंटरनेट प्रोटोकॉल का सेटअप कराना होता है.