लखनऊः भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती की पूर्व संध्या पर गुरुवार को राजधानी में स्थित विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में व्याख्यान, सम्मेलन और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. इसमें पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व पर छात्र-छात्राओं ने अपने विचार रखे. कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के दिए संदेशों पर छात्रों को अमल करने की सीख दी गई.
नगर निगम डिग्री कॉलेज में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के पूर्व संध्या पर कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि जलशक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने शिरकत किए. जलशक्ति मंत्री ने अटल जी के सड़क से संसद तक की यात्रा का वर्णन किया. कार्यक्रम में मौजूद महापौर सुंयक्ता भाटिया ने कहा कि रिश्ते निभाने की कला सीखनी है तो अटल जी के जीवन को जानें और उससे सीखें.
महाविद्यालय में अटल जी के व्यक्तित्व पर आधारित प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें लखनऊ विश्वविद्यालय सहित विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया. प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सरदार भगत सिंह डिग्री कॉलेज के अलंकृत श्रीवास्तव को मिला, जबकि द्वितीय स्थान लखनऊ विश्वविद्यालय के दिव्याशु मिश्रा और तृतीय स्थान नेशनल पीजी कॉलेज के देवाश दीक्षित रहे.
भाषण और कविता के माध्यम से किया याद
एपी सेन गर्ल्स महाविद्यालय में अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर भाषण व कविता प्रतियोगिता आयोजित की गई. भाषण प्रतियोगिता में बीए द्वितीय वर्ष की पायल मौर्या को प्रथम और बीए प्रथम वर्ष की शालिनी सिंह को द्वितीय पुरस्कार मिला. इसी तरह कविता प्रतियोगिता में बीए प्रथम वर्ष की गरिमा सिंह को प्रथम व बीकॉम तृतीय वर्ष की सपना यादव ने द्वितीय पुरस्कार हासिल किया. कार्यक्रम में डीएवी कॉलेज के डॉ. संजय तिवारी ने छात्राओं को पुरस्कृत किया.
लुआक्टा अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं की फीस अन्य राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों के समान हो ताकि सभी बच्चों को पढ़ाई में सहयोग मिल सके. इसके लिए छात्राओं से अपील किए कि मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए पोस्टकार्ड लिखें और हस्ताक्षर अभियान चलाएं.
केकेसी में काव्य सभा का हुआ आयोजन
केकेसी महाविद्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर काव्य सभा आयोजित हुई. सभा में छात्र-छात्राओं के साथ युवा कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से अटल के जीवन काल को याद किया. प्राचार्य डॉ. नागेश्वर पांडेय ने कहा कि अटल जी का व्यक्तित्व सादगी और मृदुभाषिता से युक्त था. यही वजह है कि उनको सभी धर्म, जाति एवं वर्गों के लोग एक समान रूप से प्यार करते थे.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बीबीएयू के प्रो. हरिशंकर सिंह ने अटल जी के व्यक्तित्व एवं जीवन से जुड़े कुछ रोचक प्रसंगों पर चर्चा किए. उन्होंने इस अवसर पर एक स्वरचित कविता भी पढ़कर सुनाई.