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लखनऊ: एआरटीओ संजीव गुप्ता ने किया आईएमसी सेंटर का औचक निरीक्षण

एआरटीओ संजीव गुप्ता ने आईएमसी सेंटर का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने यह निरीक्षण वाहनों की फिटनेस की शिकायत पर किया. उन्होंने संभागीय निरीक्षक के लिए आदेश जारी किया कि पहले सभी व्यवसायिक वाहनों की विजुअल जांच की जाए.

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आईएमसी सेंटर का औचक निरीक्षण.
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Published : Feb 10, 2020, 9:20 PM IST

लखनऊ: ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय के इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर पर वाहनों की फिटनेस की शिकायत पर एआरटीओ संजीव गुप्ता ने आईएनसी का इंस्पेक्शन किया. एआरटीओ प्रवर्तन और एआरटीओ प्रशासन का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे संजीव कुमार गुप्ता वाहनों के फिटनेस में आने वाली शिकायतों पर फिटनेस सेंटर पहुंचे. उन्होंने संभागीय निरीक्षक के लिए आदेश जारी किया कि पहले सभी व्यवसायिक वाहनों की विजुअल जांच की जाए. जांच सही पाए जाने वाले वाहनों को फिटनेस सेंटर में स्थापित मशीनों पर जांच के लिए टोकन दिया जाए.

आईएमसी सेंटर का औचक निरीक्षण.
कुछ माह पहले व्यवसायिक वाहनों की जांच मैनुअल के बजाय मशीनों से शुरू की गई. इसके लिए आरटीओ कार्यालय के पास इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर स्थापित किया गया था. वेबसाइट वाहनों की जांच के लिए स्पेन से मशीनें लाई गईं. यह मशीनें ही वाहन स्वामियों के लिए सिरदर्द साबित हुईं.

वाहन स्वामियों को फिटनेस मिलने में दिक्कत हुई तो शिकायतें शुरू हुईं. इसके बाद अब एआरटीओ संजीव गुप्ता ने इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर का दौरा किया है. उन्होंने संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) को वाहनों की विजुअल की जांच करने और जांच के बाद टोकन देने का आदेश जारी किया. उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं विजुअली जांच में कितने वाहन मानक के अनुरूप सही पाए गए और कितने नहीं, इसका एक रजिस्टर में प्रतिदिन अंकन किया जाए.

इसे भी पढ़ें: शाहनवाज हुसैन का दावा, दिल्ली में भाजपा को मिलेंगी 48 सीटें

वाहन स्वामियों को विजुअल जांच में पाई गई कमी से अवगत कराना होगा, ताकि वाहन स्वामी अगले दिन उस कमी को ठीक कराने के बाद अपने वाहन का फिटनेस कराने के लिए इंस्पेक्शन एवं सर्टिफिकेशन सेंटर में ला सके. उन्होंने इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया. बता दें कि जबसे वाहनों की फिटनेस मशीनों से शुरू हुई है तब से 100 में से 60 वाहन फेल हो रहे थे.

एआरटीओ संजीव गुप्ता ने कहा कि आईएमसी सेंटर का औचक निरीक्षण किया. वाहनों का सही रंग-रोगन नहीं था. विजुअली वेरिफिकेशन आरआई द्वारा करने के बाद ही मशीनों पर इसकी जांच के लिए टोकन देने के लिए कहा गया. इसके लिए एक रजिस्टर भी तैयार कराने के आदेश दिए हैं. रजिस्टर पर वाहन पास होने और न होने का कारण भी दर्ज किया जाए.

लखनऊ: ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय के इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर पर वाहनों की फिटनेस की शिकायत पर एआरटीओ संजीव गुप्ता ने आईएनसी का इंस्पेक्शन किया. एआरटीओ प्रवर्तन और एआरटीओ प्रशासन का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे संजीव कुमार गुप्ता वाहनों के फिटनेस में आने वाली शिकायतों पर फिटनेस सेंटर पहुंचे. उन्होंने संभागीय निरीक्षक के लिए आदेश जारी किया कि पहले सभी व्यवसायिक वाहनों की विजुअल जांच की जाए. जांच सही पाए जाने वाले वाहनों को फिटनेस सेंटर में स्थापित मशीनों पर जांच के लिए टोकन दिया जाए.

आईएमसी सेंटर का औचक निरीक्षण.
कुछ माह पहले व्यवसायिक वाहनों की जांच मैनुअल के बजाय मशीनों से शुरू की गई. इसके लिए आरटीओ कार्यालय के पास इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर स्थापित किया गया था. वेबसाइट वाहनों की जांच के लिए स्पेन से मशीनें लाई गईं. यह मशीनें ही वाहन स्वामियों के लिए सिरदर्द साबित हुईं.

वाहन स्वामियों को फिटनेस मिलने में दिक्कत हुई तो शिकायतें शुरू हुईं. इसके बाद अब एआरटीओ संजीव गुप्ता ने इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर का दौरा किया है. उन्होंने संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) को वाहनों की विजुअल की जांच करने और जांच के बाद टोकन देने का आदेश जारी किया. उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं विजुअली जांच में कितने वाहन मानक के अनुरूप सही पाए गए और कितने नहीं, इसका एक रजिस्टर में प्रतिदिन अंकन किया जाए.

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वाहन स्वामियों को विजुअल जांच में पाई गई कमी से अवगत कराना होगा, ताकि वाहन स्वामी अगले दिन उस कमी को ठीक कराने के बाद अपने वाहन का फिटनेस कराने के लिए इंस्पेक्शन एवं सर्टिफिकेशन सेंटर में ला सके. उन्होंने इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया. बता दें कि जबसे वाहनों की फिटनेस मशीनों से शुरू हुई है तब से 100 में से 60 वाहन फेल हो रहे थे.

एआरटीओ संजीव गुप्ता ने कहा कि आईएमसी सेंटर का औचक निरीक्षण किया. वाहनों का सही रंग-रोगन नहीं था. विजुअली वेरिफिकेशन आरआई द्वारा करने के बाद ही मशीनों पर इसकी जांच के लिए टोकन देने के लिए कहा गया. इसके लिए एक रजिस्टर भी तैयार कराने के आदेश दिए हैं. रजिस्टर पर वाहन पास होने और न होने का कारण भी दर्ज किया जाए.

Intro:
एआरटीओ ने आईएनसी का इंस्पेक्शन कर दिया आदेश, पहले विजुअल जांच करें आरआई फिर मशीन पर हो जांच

लखनऊ। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय के इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर पर होने वाले वाहनों की फिटनेस की शिकायत पर एआरटीओ ने आईएनसी का इंस्पेक्शन किया। एआरटीओ प्रवर्तन व एआरटीओ प्रशासन का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे संजीव कुमार गुप्ता वाहनों के फिटनेस में आने वाली शिकायतों पर फिटनेस सेंटर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) के लिए आदेश जारी किया कि पहले सभी व्यवसायिक वाहनों की विजुअल जांच की जाए और उसके बाद विजुअल जांच में सही पाए जाने वाले वाहनों को फिटनेस सेंटर में स्थापित मशीनों पर जांच के लिए टोकन दिया जाए।

Body:कुछ माह पहले व्यवसायिक वाहनों की जांच मैनुअल के बजाय मशीनों से शुरू की गई। इसके लिए बकायदा आरटीओ कार्यालय के पास इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर स्थापित किया गया। वेबसाइट वाहनों की जांच के लिए स्पेन से मशीनें लाई गईं और यह मशीनें ही वाहन स्वामियों के लिए सरदर्द साबित हुईं। जब वहां स्वामी को वाहनों की फिटनेस मिलने में दिक्कत हुई तो शिकायतें शुरू हुईं। इसके बाद अब एआरटीओ ने इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर का दौरा किया और संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) को वाहनों की पहले विजुअल जांच और उसके बाद यहां पर पास होने पर मशीनों की जांच के लिए टोकन देने का आदेश जारी किया। इतना ही नहीं विजुअली जांच में कितने वाहन मानक के अनुरूप सही पाए गए और कितने नहीं। इसका एक रजिस्टर में प्रतिदिन अंकन किया जाए। उसी समय वाहन स्वामियों को विजुअल जांच में पाई गई कमी को अवगत कराना होगा जिससे वाहन स्वामी अगले दिन उस कमी को ठीक कराने के बाद अपने वाहन का फिटनेस कराने के लिए इंस्पेक्शन एवं सर्टिफिकेशन सेंटर में ला सके। उन्होंने इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया।


Conclusion:एआरटीओ के इस आदेश के बाद अब शायद वाहन स्वामियों को अपने वाहन का फिटनेस प्रमाण पत्र हासिल करने में आने वाली समस्याओं का समाधान मिल सके। बता दें कि जब से वाहनों की फिटनेस मशीनों से शुरू हुई है तब से 100 में से 60 वाहन फेल हो रहे थे। वजह यह भी थी कि विजुअली जांच भी अभी तक मशीनों से ही हो रही थी। वाहन स्वामियों ने वाहन की विजुअली जांच आरआई से कराने का अनुरोध अधिकारियों से किया था।


बाइट: संजीव गुप्ता, एआरटीओ

आईएमसी सेंटर का औचक निरीक्षण किया और यहां पर पाया कि वाहनों में सही रंग रोगन नहीं था। उसके बाद विजुअली वेरिफिकेशन आरआई द्वारा करने के बाद ही मशीनों पर इसकी जांच के लिए टोकन दिया जाए। इसके लिए एक रजिस्टर भी तैयार कराने के आदेश दिए हैं। जिस पर पास होने और न होने का कारण भी दर्ज किया जाए।

अखिल पांडेय, लखनऊ, 9336864096
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