लखनऊः ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) की सख़्ती के बाद डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के 33 कॉलेज नए सत्र से इमर्जिंग एरिया के कोर्स या ब्रांच शुरू करेंगे. इसके लिए उनको हरी झंडी भी मिल चुकी है. इसमें कई कॉलेज ऐसे हैं जो दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा क्षेत्र के हैं, जिन्होंने इस क्षेत्र में ब्रांच शुरू करने की तैयारी की है.
एआईसीटीई ने 2 साल पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि काफी संख्या में इंजीनियरिंग कॉलेज खुल जाने और पुराने पैटर्न पर ही पढ़ाई कराने की वजह से अब नए इंजीनियरिंग कॉलेजों को संबद्धता नहीं दी जाएगी. सिर्फ उन्हीं कॉलेजों को संबद्धता या नई ब्रांच मिलेगी जो इमर्जिंग एरिया (इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ,मशीन लर्निंग, बिजनेस एनालिटिक्स, लॉजिस्टिक्स एंड सप्लाई चैन मैनेजमेंट, इनोवेशन एंटरप्रेन्योरशिप और वेंचर डेवलपमेंट) क्षेत्रों में पढ़ाई करेंगे.
इसका सख्ती से पालन शुरू हुआ तो कॉलेज भी बदलाव के लिए तैयार होंगे. इसी क्रम में नए सत्र के लिए एकेटीयू से संबंध 33 कॉलेजों ने अपने यहां नए सत्र में सीट वृद्धि और पुरानी ब्रांच बंद कर इमर्जिंग एरिया में नई ब्रांच शुरू करने का निर्णय लिया है.
नए सत्र से इन कॉलेजों में बीटेक में रोटी मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि की पढ़ाई भी कर सकेंगे. इन कोर्सों की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स इंडस्ट्रीज के लायक तैयार होंगे और जब वह डिग्री कर लेंगे तो उनको तुरंत रोजगार मिल जाएगा. या वह अपना खुद का रोजगार शुरु कर सकेंगे. एकेटीयू के मीडिया प्रभारी आशीष मिश्रा ने बताया कि 33 कॉलेजों में शुरू होने वाले इमर्जिंग कोर्स के लिए प्रत्येक कॉलेजों में 60 सीट का एक-एक बैच शुरू होगा. इस तरह नए सत्र में इन ब्रांचों में लगभग 2000 सीटों पर प्रवेश भी होगा. कुछ जगह पर 2 शिफ्टों में ब्रांच चलाने की संबद्धता भी ली जाएगी.