लखनऊः भारतीय फलों में बेर सबसे पुराना और औषधियों से भरपूर तथा अपने चटपटे स्वाद और सुगंध के कारण बहुत ही उपयोगी फल है. जनवरी-फरवरी में जब बाजार में फलों की कमी हो जाती है, तो यह फल कमी को पूरा करता है. राजधानी के ग्रामीण क्षेत्रों की मौसमी बेरों की मंडी में आवक तेजी से होने लगी है. बाजारों में भी बेर की बिक्री की जा रही है.
पोषक तत्वों से भरपूर बेर
बेर एक अपने आप में अनोखा फल है. जो बाजार में जनवरी से फरवरी माह के बीच देखने को मिलता है. कम सिंचाई में तैयार होने वाला बेर पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसमें विटामिन सी इसमें प्रचुर मात्रा में पाई जाती है. विटामिन ए और बी समूह अन्य फलों की अपेक्षा अधिक पाई जाती है. वही एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट है, बेर का लगातार सेवन करते रहने से शरीर में बीमारियां नहीं होती हैं.
प्रचुर मात्रा में पाया जाता है प्रोटीन
प्रमुख रूप से बेर लीवर को मजबूत करता है. साथ में यह अल्सर का अस्थमा तथा मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों को शरीर में नहीं होने देता है. इसका प्रयोग औषधियों में किया जाता है. इसके बीज जड़, तना तथा पत्ती में भरपूर मात्रा में औषधि गुण पाए जाते हैं. ताजे बेर के फलों में प्रोटीन फॉस्फोरस, कैल्शियम एवं कैरोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है. यह एंटी इंफ्लेमेटरी एंटीसेप्टिक, एंटी कैंसर, एंटी एलर्जी, हैपेटॉप्रोटेक्टिव और एंटीमाइक्रोबियल औषधीय गुणों से भरपूर होता है.
बेर खाने से बढ़ती है इम्यूनिटी
डॉक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बेर में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाए जाने के कारण शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करता है. बेर गंभीर बीमारियों की रक्षा करने के साथ प्रमुख रूप से शरीर में खून को साफ करता है. इसके अलावा पाचन शक्ति को भी बढ़ाता है, इसलिए बेर का सेवन सभी को करना चाहिए.