लखनऊ: सेना दिवस के उपलक्ष्य में बुधवार को मध्य कमान की युद्ध स्मारक ‘स्मृतिका’ पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया. इस अवसर पर मध्य कमान के सेनाध्यक्ष ले. जनरल आइएस घुमन सहित सेवारत सैन्यधिकारियों एवं जवानों ने उन जाबांज शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान दिया. इसके बाद सेना की एक टुकड़ी ने सलामी दी और बिगुलर द्वारा अंतिम धुन बजाई गई. शहीद सैनिकों की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया.
गार्गी मलिक सिन्हा ने दी जानकारी
इस दौरान मध्य कमान की जन सम्पर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा ने मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि मध्य कमान के अंतर्गत आने-वाले सात राज्यों में ‘हमारी सेना को जानें’ विषय पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन, बैंड डिस्प्ले और मिनी मैराथन का आयोजन शामिल है.
इसी उद्देश्य से मध्य कमान की ओर से लखनऊ छावनी के दिलकुशा लॉन में 21 से 22 जनवरी को ‘सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन’ किया जाएगा. इस कार्यक्रम को आम जनता एवं स्कूली बच्चों के लिए खुला रखा जाएगा, जिससे उन्हें सैन्य उपकरणों के बारे प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त होगा. इसके अलावा वहां पर एनसीसी निदेशालय और भर्ती निदेशालय के स्टॉल सहित चिकित्सा स्टॉल भी लगाए जाएंगे. दिलकुशा लॉन में दोनों दिन प्रतिष्ठित सैन्य बैंड द्वारा आम जनता के लिए सैन्य धुनों का प्रदर्शन किया जाएगा.
बता दें कि सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को प्रथम फील्ड मार्शल केएम करियप्पा की याद में मनाया जाता है, जो भारतीय सेना के सर्वप्रथम कमांडर-इन-चीफ बने. उन्होंने वर्ष 1949 में सर फ्रान्सिस बूचर से कमाण्डर-इन-चीफ का पद ग्रहण किया था. सेना दिवस के अवसर पर सेना उन बहादुर जवानों को सलामी देती है, जिन्होंने अपने जीवन को देश की रक्षा के लिए न्योछावर कर दिया था.