लखनऊ : मैनपुरी लोकसभा के उपचुनाव (Mainpuri Lok Sabha by elections) में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिंपल यादव के खिलाफ उनकी देवरानी अपर्णा यादव के चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो रही हैं. भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व चाहता है कि अपर्णा यादव को मैनपुरी के उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया जाए और समाजवादी पार्टी की चुनावी राह को हर हाल में रोकने का काम किया जाए. बीजेपी की कोशिश है कि मैनपुरी में विरासत की सियासत पर विराम लगाया जाए और अपर्णा के सहारे परिवार में पूरी तरह से बिखराव कर दिया जाए. भारतीय जनता पार्टी कोर ग्रुप की होने वाली बैठक से अपर्णा यादव की गुरूवार को प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह से मुलाकात हुई है, जिसमें चुनाव लड़ने सहित कई अन्य समीकरणों पर बात होने के संकेत मिल रहे हैं.
सूत्र बताते हैं कि अपर्णा यादव फिलहाल अपनी जेठानी डिंपल यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छुक नहीं हैं. मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद वह चुनाव लड़ने से बच रही हैं और पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी उनकी मुलाकात हो चुकी है, जिसमें उन्होंने चुनाव ना लड़ने को लेकर अपनी मंशा जताई थी, लेकिन सूत्रों का यह भी दावा है कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व अपर्णा यादव के सहारे यादव कुनबे में पूरी तरह से बिखराव करने के मूड में है. यही कारण है कि अपर्णा यादव के सहारे बीजेपी मैनपुरी उपचुनाव में बड़ा दांव चलने की फिराक में है.
अपर्णा यादव की बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से हुई मुलाकात के बाद उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर अटकलें भी तेज हो गई हैं. भारतीय जनता पार्टी कोर ग्रुप की होने वाली बैठक में मैनपुरी उपचुनाव के साथ ही रामपुर और खतौली सीट पर प्रत्याशी चयन पर मंथन किया जाएगा. देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय जनता पार्टी कोर ग्रुप की बैठक के बाद मैनपुरी उपचुनाव में किसे उम्मीदवार बनाती है.