लखनऊ : समाजवादी पार्टी मीडिया सेल ट्विटर हैंडल (case on samajwadi party media cell twitter handle) के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज हुई है. यह एफआईआर यूपी भारतीय जनता युवा मोर्चा की सोशल मीडिया प्रभारी ने गंभीर धाराओं में दर्ज कराई है. पीड़िता का आरोप है कि सपा मीडिया सेल (Threat from Samajwadi Party media cell) के द्वारा उन्हें धमकी दी गई है और अश्लील कमेंट भी किए गए हैं. हजरतगंज पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर छेड़छाड़, अश्लीलता, अभद्र टिप्पणी करने और आईटी एक्ट समेत आधा दर्जन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
पीड़िता के मुताबिक समाजवादी पार्टी मीडिया के ट्विटर हैंडल द्वारा उन्हें धमकी (Threat from Samajwadi Party media cell) दी गई कि तुम्हारा रेप कर देंगे. यही नहीं समाजवादी पार्टी के सत्ता में आने पर रेप कर जान से मार दिया जाएगा, ऐसी धमकी भी दी गई है. पीड़िता का आरोप है कि ट्वीट करके भाजपा के नेताओं के साथ मेरे चरित्र को जोड़ा गया है. पीड़िता ने तहरीर में परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है. पीड़िता ने तहरीर में लिखा है कि मैं मानसिक रूप से प्रताड़ना का सामना कर रही हूं. मुझे इनसे जान से खतरा भी है. यह कभी भी मेरे से जब जैसी घटना कर जान से मार सकते हैं. इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई (FIR on Samajwadi Party media cell) की जाए.
बता दें, इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी (BJP spokesperson Rakesh Tripathi) ने अखिलेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के खिलाफ न्यायालय में परिवाद दायर किया था. उन्होंने अपनी शिकायत में सपा मीडिया सेल पर उनके परिवार के सदस्यों के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. इससे पहले दो अन्य पत्रकारों ने भी समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल (FIR on Samajwadi Party media cell) के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसमें एक महिला पत्रकार का आरोप था कि सपा ने उन्हें और उनके परिवार को गौ तस्कर बताया था. यही नहीं जब उन्होंने उसका विरोध किया तो उनका रेप करने की धमकी दी गई थी. वहीं अन्य पत्रकार मनीष पांडे ने हजरतगंज थाने में समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज (FIR on Samajwadi Party media cell) कराते हुए आरोप लगाया था कि सपा के ट्विटर अकाउंट के द्वारा उनके खिलाफ अपमानजनक ट्वीट किए जा रहे हैं. हालांकि इस मसले पर अभी तक समाजवादी पार्टी की ओर से कोई अधिकारिक बयान (Samajwadi Party official statement) नहीं दिया गया है.