लखनऊ: हजारों निवेशकों की खून पसीने को कमाई को लूटने के मामले अनी बुलियन घोटाले के मास्टरमाइंड अजीत गुप्ता और भारतीय विदेश सेवा अधिकारी (IFS) निहारिका सिंह की 2.03 करोड़ की चल अचल संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब्त (ED seizes IFS officer Niharika Singh property) कर लिया है. एजेंसी ने आईएफएस अफसर निहारिका बैंक खातों में पैसे, एफडीआर और बाराबंकी जिले में कृषि भूमि को जब्त किया है.
बीती 16 व 17 अक्टूबर को अनी बुलियन घोटाले (Anee Bullion Fraud Case) के मामले में मुख्य आरोपी अजीत गुप्ता की पत्नी व इंडोनेशिया के बाली स्थित भारतीय वाणिज्यिक दूतावास में तैनात आईएफएस अफसर निहारिका सिंह से पूछताछ करने के बाद ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है. जांच और पूछताछ में एजेंसी को निवेशकों की पूंजी लूटने के मामले में निहारिका सिंह की भी संलिप्तता मिली थी. इसके बाद एजेंसी ने उनकी चल अचल संपत्ति को जब्तीकरण की कार्रवाई की है. ईडी ने वर्ष 2019 में दर्ज केस के आधार पर अपनी जांच शुरू की थी.
ठग कंपनी के पैसों ने निहारिका ने खरीदा आलीशान मकान: सूत्रों के मुताबिक, ईडी की जांच में सामने आया था कि, निहारिका सिंह ने लखनऊ में एक मकान खरीदा था. इसका भुगतान अनी बुलियन ग्रुप ऑफ कंपनीज के अकाउंट्स से ही हुआ था. इतना ही नहीं निहारिका सिंह के बैंक खातों में इसी कंपनी के खाते से कई बार पैसे ट्रांसफर किए गए थे. हालांकि निहारिका सिंह दावा करती है कि वो इस कंपनी का प्रमोशन करती थी, जिसका उन्हें भुगतान किया जाता था.
ईडी ने 2019 में शुरू की थी जांच, करोड़ों की संपत्ति हो चुकी जब्त: वर्ष 2019 में ईडी ने अनी बुलियन के संचालकों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था. इससे पहले कंपनी के खिलाफ लखनऊ, अयोध्या समेत कई जिलों में पुलिस ने सौ से अधिक केस दर्ज किए थे. कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अजीत कुमार गुप्ता को एसटीएफ ने जुलाई 2020 में लखनऊ से गिरफ्तार किया था. कंपनी पर हजारों निवेशकों के 150 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है. एजेंसी ने अप्रैल माह में 7 करोड़ से अधिक कीमत की दिल्ली, लखनऊ और अमेठी में कंपनी के 20 भूखंडों एवं भवनों को जब्त किया था.