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वाराणसी के कचरा प्रबंधन के तौर-तरीकों को सीखेगी आंध्र प्रदेश सरकार

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Published : Nov 25, 2020, 3:19 PM IST

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के निर्देश पर उनके प्रमुख सचिव प्रवीण प्रकाश काशी आएंगे. वह यहां वाराणसी की सॉलिड और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था का अध्ययन भी करेंगे. इसके साथ ही वह तिरुपति तिरुमला देवस्थानम् ट्रस्ट की ओर से बनारस में निर्माण के लिए प्रस्तावित मंदिर के लिए भूमि भी तलाश करेंगे.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 'क्लीन यूपी-ग्रीन यूपी' अभियान अब दूसरे प्रदेशों को भी खूब भा रहा है. महादेव की नगरी काशी की साफ-सफाई, आंध्र प्रदेश सरकार को इतनी भायी है कि वहां के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी अपने प्रदेश में भी काशी की स्वच्छता प्रणाली को लागू करने की तैयारी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री जगनमोहन ने अपने प्रमुख सचिव प्रवीण प्रकाश को वाराणसी की सॉलिड और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था का अध्ययन करने का निर्देश दिया है. रेड्डी के निर्देश पर प्रवीण प्रकाश 28-29 नवंबर को दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वह बनारस की व्यवस्थाओं का अध्ययन करेंगे.

यूपी के सीएम कार्यालय को आया पत्र
आंध्र प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र भेजकर 'नमामि गंगे' कार्यक्रम के अंतर्गत बनारस में हुए कार्यों की तारीफ की है. आंध्र प्रदेश सरकार अपने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सॉलिड और लिक्विड वेस्ट प्रबंधन की योजना शुरू करने की तैयारी में है. 'नमामि गंगे' कार्यक्रम के तहत वाराणसी में सॉलिड और लिक्विड वेस्ट प्रबंधन के क्षेत्र में शानदार काम हुआ है, ऐसे में आंध्र प्रदेश के अधिकारी विभिन्न मानकों पर वाराणसी में हुए काम का अध्ययन करने के लिए दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर आ रहे हैं. यहां वह स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर 'बनारस की स्वच्छता प्रणाली' का अध्ययन करेंगे.

नगर से लेकर गंगा घाटों तक स्वच्छ्ता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र 'काशी' में नमामि गंगे कार्यक्रम अंतर्गत हुए कार्यों की देश-विदेश में खूब सराहना मिल रही है. अविरल और निर्मल गंगा के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संकल्पित हैं. मां गंगा में प्रवाहित होने वाली प्रदूषित सामग्री और पानी को रोकने के साथ ही घाटों को स्वच्छ बनाने हेतु व्यापक दृष्टिकोण के साथ कार्य किया जा रहा है. सीवेज उपचार संयंत्रों से घाटों की स्थिति सुधारने और गंगा नदी के सतह की सफाई करने के लिए काशी में समयबद्ध तरीके से अनेक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि इस पावन नदी को प्रदूषण से मुक्त बनाया जा सके. गंगा नदी में तैरते हुए कचरे की समस्या को दूर करने के लिए भी नियोजित प्रयास किए गए हैं.

काशी में देवस्थानम् द्वारा होगी मन्दिर की स्थापना
आंध्र प्रदेश का विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मन्दिर ट्रस्ट महादेव की नगरी काशी में एक मंदिर की स्थापना के लिए प्रयासरत है. तिरुपति तिरुमला देवस्थानम् ट्रस्ट की ओर से प्रस्तावित यह मंदिर करीब पांच एकड़ में होगा, जिसके लिए आंध्र प्रदेश के अधिकारी 28-29 नवम्बर को वाराणसी भ्रमण के दौरान भूमि की तलाश भी करेंगे.

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 'क्लीन यूपी-ग्रीन यूपी' अभियान अब दूसरे प्रदेशों को भी खूब भा रहा है. महादेव की नगरी काशी की साफ-सफाई, आंध्र प्रदेश सरकार को इतनी भायी है कि वहां के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी अपने प्रदेश में भी काशी की स्वच्छता प्रणाली को लागू करने की तैयारी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री जगनमोहन ने अपने प्रमुख सचिव प्रवीण प्रकाश को वाराणसी की सॉलिड और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था का अध्ययन करने का निर्देश दिया है. रेड्डी के निर्देश पर प्रवीण प्रकाश 28-29 नवंबर को दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वह बनारस की व्यवस्थाओं का अध्ययन करेंगे.

यूपी के सीएम कार्यालय को आया पत्र
आंध्र प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र भेजकर 'नमामि गंगे' कार्यक्रम के अंतर्गत बनारस में हुए कार्यों की तारीफ की है. आंध्र प्रदेश सरकार अपने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सॉलिड और लिक्विड वेस्ट प्रबंधन की योजना शुरू करने की तैयारी में है. 'नमामि गंगे' कार्यक्रम के तहत वाराणसी में सॉलिड और लिक्विड वेस्ट प्रबंधन के क्षेत्र में शानदार काम हुआ है, ऐसे में आंध्र प्रदेश के अधिकारी विभिन्न मानकों पर वाराणसी में हुए काम का अध्ययन करने के लिए दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर आ रहे हैं. यहां वह स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर 'बनारस की स्वच्छता प्रणाली' का अध्ययन करेंगे.

नगर से लेकर गंगा घाटों तक स्वच्छ्ता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र 'काशी' में नमामि गंगे कार्यक्रम अंतर्गत हुए कार्यों की देश-विदेश में खूब सराहना मिल रही है. अविरल और निर्मल गंगा के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संकल्पित हैं. मां गंगा में प्रवाहित होने वाली प्रदूषित सामग्री और पानी को रोकने के साथ ही घाटों को स्वच्छ बनाने हेतु व्यापक दृष्टिकोण के साथ कार्य किया जा रहा है. सीवेज उपचार संयंत्रों से घाटों की स्थिति सुधारने और गंगा नदी के सतह की सफाई करने के लिए काशी में समयबद्ध तरीके से अनेक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि इस पावन नदी को प्रदूषण से मुक्त बनाया जा सके. गंगा नदी में तैरते हुए कचरे की समस्या को दूर करने के लिए भी नियोजित प्रयास किए गए हैं.

काशी में देवस्थानम् द्वारा होगी मन्दिर की स्थापना
आंध्र प्रदेश का विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मन्दिर ट्रस्ट महादेव की नगरी काशी में एक मंदिर की स्थापना के लिए प्रयासरत है. तिरुपति तिरुमला देवस्थानम् ट्रस्ट की ओर से प्रस्तावित यह मंदिर करीब पांच एकड़ में होगा, जिसके लिए आंध्र प्रदेश के अधिकारी 28-29 नवम्बर को वाराणसी भ्रमण के दौरान भूमि की तलाश भी करेंगे.

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