लखनऊ: उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन की सबसे अधिक संभावना देखने को मिलती है. अयोध्या, काशी, मथुरा के अलावा आगरा, फतेहपुर सिकरी, झांसी जैसे पर्यटन स्थल दुनिया भर के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं. लेकिन कोरोना काल में देश-दुनिया के साथ ही उत्तर प्रदेश का पर्यटन भी ठप पड़ गया है. पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का व्यापार भी शून्य हो गया. बड़ी संख्या में लोग इस दौरान बेरोजगार हो गए. वहीं पर्यटन उद्योग को फिर से पटरी पर लाने के लिए योगी सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है.
कोरोना का पर्यटन पर असर
योगी सरकार के पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी ने 'ईटीवी भारत' से विशेष बातचीत के दौरान बताया कि कोविड काल में बस, ट्रेन, हवाई यात्रा से लेकर अपने वाहन से भी यात्रा सम्भव नहीं हुई. इसका सबसे ज्यादा असर पर्यटन पर पड़ा. इसे लेकर हमारी सरकार गंभीर है. होटल में रुकने पर रोक थी. तमाम सावधानियों के साथ होटल खोले गये हैं. सरकार का प्रयास है कि जल्द से जल्द पर्यटन को रास्ते पर लाया जा सके.
काशी के विकास को लेकर कही यह बात
काशी के विकास के सवाल पर पर्यटन राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि वाराणसी भारत की सांस्कृतिक राजधानी है. साथ ही यह विश्व की सबसे प्राचीनतम नगरी है. बीएचयू में पूर्वांचल और आधा बिहार के लोग चिकित्सा से लाभान्वित होते हैं. आजादी के बाद से 2014 तक केवल 16 आईसीयू बेड थे. आईसीयू बेड की कमी के कारण लोगों की जान चली जाती थी. हम लोगों को आईसीयू बेड उपलब्ध नहीं करा पाते थे. प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से अब वहां 40 से 50 बेड हो गए हैं.
पीएम मोदी ने चिकित्सा के क्षेत्र में किया अद्भुत कार्य
पर्यटन राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि ट्रॉमा सेंटर में धन के अभाव में कार्य रुका हुआ था, उसे पूरा कराया. सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बन गया. अगर आज हम कोविड के दौर में बहुत अच्छे तरीके से बनारस में निश्चिंत हैं और पूरे पूर्वांचल को सेवा दे पा रहे हैं तो उसका कारण है कि प्रधानमंत्री मोदी ने चिकित्सा के क्षेत्र में वाराणसी में अद्भुत कार्य किया है. ईएसआई हॉस्पिटल, दीनदयाल अस्पताल के साथ ही सीएचसी और पीएचसी का अपग्रेडेशन किया गया.
काशी का हुआ विकास
पर्यटन राज्यमंत्री ने बताया, 'वाराणसी में लोग बारिश के दौरान जान हथेली पर लेकर चलते थे. लोगों को डर बना रहता था कि कब बिजली का तार ऊपर गिर जाए. हर साल लोगों की मौत होती थी. कई बार गाय, सांड की भी बिजली के तार गिरने से मौत हो जाती थी. काशी की यह स्थिति थी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने काशी का अद्भुत विकास किया. वाराणसी शहर का सीवर 43 स्थानों पर गंगा नदी में सीधे गिरता था. वाराणसी में एक भी एसटीपी नहीं था. आज दो एसटीपी कार्य कर रहे हैं.'
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गौरव पथ का कराया जा रहा निर्माण
पर्यटन राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने बताया कि कुछ स्थानों पर सीवर का पानी जा रहा है, लेकिन वह सीधे सीवर का पानी गंगा में नहीं गिर रहा है. तीसरा एसटीपी भी तैयार हो रहा है. कुछ महीनों में वह भी कार्य करना शुरू कर देगा और गंगा में पूरी तरह से सीवर का पानी गिरना बंद हो जाएगा. इसके अलावा घाटों का विकास करवाया गया. घाट जर्जर हो गए थे. आज बड़े सुंदर ढंग से घाटों को विकसित कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि गुदौलिया चौराहे से मंदिर तक गौरव पथ का निर्माण कराया जा रहा है. पीएम मोदी ने काशी का विकास करवाया है.