लखनऊ : इस बार आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रदेश की 58,189 ग्राम पंचायतों के नवनिर्मित ग्राम सचिवालयों में 15 अगस्त को ध्वजारोहण एवं जनभागीदारी के साथ भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा प्रदेश के 7500 अमृत सरोवरों पर भी तिरंगा फहराकर संगोष्ठियों का आयोजन होगा. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर लगातार विभिन्न विभागों की तैयारियों को देखकर दिशा-निर्देश दे रहे हैं. प्रदेश सरकार स्वतंत्रता दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इस अवसर पर हर घर तिरंगा सहित तमाम कार्यक्रम स्वतंत्रता सप्ताह (11-17 अगस्त) के तहत आयोजित किए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक जिले में स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से जुड़े स्थलों, शहीद स्मारकों पर स्वच्छता अभियान चला जाए. साथ ही शहीद स्मारकों पर पुलिस व पीएसी बैंड द्वारा राष्ट्रधुन बजाई जाए. इस मौके पर प्रदेश के 75 बस स्टैंडों को नई पहचान मिलने जा रही है. इन बस स्टैंडों का नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर किये जाने की तैयारी है. इसके अलावा प्रदेश की 75 बसों को भी स्वतंत्रता समर के योद्धाओं के नाम पर नई पहचान दी जाएगी. सीएम के निर्देश के बाद अब यूपी रोडवेज की ओर से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई हैं.
मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को अपने-अपने जिलों के स्वतंत्रता संग्राम में शहीदों के परिजनों, पद्म पुरस्कारों से सम्मानित विभूतियों एवं अन्य राष्ट्रीय व राज्य पुरस्कारों से सम्मानित महानुभावों को ससम्मान राष्ट्रीय ध्वज भेंट करने के लिए भी कहा है. यूपी में इस बार 4.76 करोड़ तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही सभी विभागों की ओर से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में 75-75 फलदार पौधों के रोपण का निर्देश दिया है. इसके अलावा प्रत्येक मंडी समिति में 75-75 पल्लेदारों को सम्मानित भी किया जाएगा. साथ ही सभी जिलों में अमृत मिनी मैराथन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पूरे प्रदेश में 75000 लोगों की भागीदारी होगी. सीएम ने कहा कि डॉक्टर, नर्स, व्यापारी, कृषक, आशा बहुओं, अधिवक्ता, शिक्षक, स्वच्छाग्रही आदि की अपने-अपने व्यवसाय का प्रतिनिधित्व करने वाली वेशभूषा में 'हम सब एक हैं प्रभातफेरी' निकाली जाएंगी.
राजधानी के स्वतंत्रता दिवस के आयोजन को यादगार बनाने के लिए राज्य के पद्म पुरस्कार विजेताओं को पहली बार आमंत्रित किया जा रहा है. इसमें उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन तथा शहीद सैनिकों के परिजनों के साथ मुख्य समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा. इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बता दें कि यूपी की कुल 14 विभूतियों को 2021 के पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इनमें दो विभूतियां दिवंगत हो चुकी हैं, जबकि 12 विभूतियों को सरकार मुख्य समारोह में ससम्मान आमंत्रित करेगी. इनमें पद्म भूषण से सम्मानित राशिद खान (कला), वशिष्ठ त्रिपाठी (साहित्य एवं शिक्षा) को आमंत्रित किया जाएगा. वहीं पद्मश्री से सम्मानित कामलिनी अस्थाना एवं नलिनी अस्थाना (कला), शिवनाथ मिश्रा (कला), शीशराम (कला), सेठ पाल सिंह (कृषि), विद्या विंदु सिंह (साहित्य एवं शिक्षा), शिवानंद बाबा (योग), अजय कुमार सोनकर (विज्ञान एवं तकनीक), अजिता श्रीवास्तव (कला), डॉ कमलाकर त्रिपाठी (औषधि) को भी आमंत्रण भेजा जाएगा.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के राधेश्याम खेमका (साहित्य एवं शिक्षा) तथा कल्याण सिंह (सार्वजनिक जीवन) को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. 2021 में चार विभूतियों को पद्म विभूषण, 17 विभूतियों को पद्म भूषण तथा 107 विभूतियों को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. इनमें यूपी से कुल 14 विभूतियों को अलग अलग श्रेणी में पद्म सम्मानों से नवाजा गया.
उत्सव की मुख्य विशेषताओं में से एक यह भी है कि यूपी की विभिन्न संस्कृतियों और क्षेत्रों से संबंधित प्रत्येक वर्ग के 75 लोगों को भी आमंत्रित किया जाएगा. इसमें लोक कलाकार, आदिवासी समूह और विभिन्न समुदाय शामिल होंगे, जो उत्तर प्रदेश की विविध संस्कृति को अपनी पारंपरिक पोशाक में प्रदर्शित करेंगे. कुल मिलाकर, 75 विभिन्न समूहों के 75 व्यक्ति राज्य की समृद्धि का चित्रण करेंगे. इसके अलावा बीसी सखियां, कारखानों के कर्मचारी, किसान, आंगनबॉड़ी कार्यकर्ता सहित 16 ट्रेडों का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग भी इस आयोजन का हिस्सा होंगे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप