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अब तो एंबुलेंस को 'हाईजैक' करने लगे लोग, इस चक्कर में दो मरीजों की जान गई

राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, इंजेक्शन और एम्बुलेंस न मिलने से लोगों के सब्र का बांध टूटने लगा है. बुधवार को एक मरीज के परिजनों ने एंबुलेंस को हाईजैक कर लिया. वह एंबुलेंस किसी दूसरे मरीज को लेने जा रही थी. इसके चलते दोनों मरीजों को समय से इलाज नहीं मिल पाया और उनकी मौत हो गई.

एंबुलेंस हाईजैक, गई 2 मरीजों की जान
एंबुलेंस हाईजैक, गई 2 मरीजों की जान
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Published : Apr 22, 2021, 9:22 PM IST

लखनऊ : बालागंज में यूनीक अस्पताल में बुधवार को ऑक्सीजन की कमी हो गई थी. वहां एडमिट एक मरीज को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट करने के लिए उसके परिजनों ने एंबुलेंस बुलाई थी. कैम्पवेल रोड पर लाल मस्जिद और पेट्रोल पंप के बीच यूनीक अस्पताल जा रही एंबुलेंस को बाइक सवार युवकों ने रोक लिया. इन युवकों ने एंबुलेंस में एक महिला मरीज को शिफ्ट कर दिया और एडमिट करने के लिए अस्पतालों के चक्कर काटने लगे. युवकों के एंबुलेंस हाईजैक करने का नतीजा यह रहा कि यूनीक अस्पताल में भर्ती मरीज की मौत हो गई. साथ ही उस महिला मरीज ने भी एंबुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने पर दम तोड़ दिया.

ऐसे हुई घटना

जानकारी के अनुसार, सांस लेने में तकलीफ के कारण बालागंज निवासी मरीज विनय कुमार का इलाज यूनीक अस्पताल में चल रहा था. विनय कोविड पेशेंट नहीं थे. उनके परिजनों ने बताया कि अस्पताल के पास जब बुधवार को ऑक्सीजन कम पड़ गई, तब डॉक्टरों ने मरीज को दो घंटे में किसी अन्य अस्पताल में शिफ्ट करने की सलाह दी. इस पर विनय के रिश्तेदार संतोष ने 108 एंबुलेंस के लिए कॉल की. तमाम प्रयास के बाद उनका आवेदन दर्ज किया गया. इसके बाद एंबुलेंस के यूनीक अस्पताल के लिए रवाना हो गई.

यह भी पढ़ें : कोविड की लड़ाई में टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट है महत्वपूर्ण: सीएम योगी

लाल मस्जिद के पास हुआ एंबुलेंस पर हमला

एंबुलेंस के ड्राइवर ने संतोष को बताया कि वह कुछ ही मिनट में यूनीक अस्पताल पहुंच जाएगा. इस बीच कैम्पवेल रोड पर लाल मस्जिद और पेट्रोल पंप के बीच बाइक सवार युवकों ने अचानक रास्ता रोक लिया. एंबुलेंस के रुकते ही युवकों ने चाबी छीन ली और एक महिला मरीज को तुरंत ऑक्सीजन लगाकर अस्पताल चलने को कहा. डरे-सहमे ड्राइवर ने ऐसा ही किया.

एंबुलेंस ड्राइवर ने बताया कि वे लोग महिला को लेकर कई अस्पतालों में गए. हालांकि कहीं भी महिला को भर्ती नहीं किया गया. तब तक एंबुलेंस के सिलिंडर की ऑक्सीजन खत्म हो गई और महिला की जान चली गई.


पहले मरीज ने भी दम तोड़ा

इधर, विनय कुमार के परिजन उस एंबुलेंस का इंतजार करते रहे, जो हाईजैक हो चुकी थी. इंतजार के बाद दोबारा 108 पर सूचना दी गई. 45 मिनट बाद दूसरी एंबुलेंस पहुंची, तब तक विनय कुमार की मौत हो चुकी थी. फिलहाल इस मामले में अभी तक किसी कानूनी कार्रवाई की सूचना नहीं है. पुलिस ने घटना से अनभिज्ञता व्यक्त की है.

लखनऊ : बालागंज में यूनीक अस्पताल में बुधवार को ऑक्सीजन की कमी हो गई थी. वहां एडमिट एक मरीज को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट करने के लिए उसके परिजनों ने एंबुलेंस बुलाई थी. कैम्पवेल रोड पर लाल मस्जिद और पेट्रोल पंप के बीच यूनीक अस्पताल जा रही एंबुलेंस को बाइक सवार युवकों ने रोक लिया. इन युवकों ने एंबुलेंस में एक महिला मरीज को शिफ्ट कर दिया और एडमिट करने के लिए अस्पतालों के चक्कर काटने लगे. युवकों के एंबुलेंस हाईजैक करने का नतीजा यह रहा कि यूनीक अस्पताल में भर्ती मरीज की मौत हो गई. साथ ही उस महिला मरीज ने भी एंबुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने पर दम तोड़ दिया.

ऐसे हुई घटना

जानकारी के अनुसार, सांस लेने में तकलीफ के कारण बालागंज निवासी मरीज विनय कुमार का इलाज यूनीक अस्पताल में चल रहा था. विनय कोविड पेशेंट नहीं थे. उनके परिजनों ने बताया कि अस्पताल के पास जब बुधवार को ऑक्सीजन कम पड़ गई, तब डॉक्टरों ने मरीज को दो घंटे में किसी अन्य अस्पताल में शिफ्ट करने की सलाह दी. इस पर विनय के रिश्तेदार संतोष ने 108 एंबुलेंस के लिए कॉल की. तमाम प्रयास के बाद उनका आवेदन दर्ज किया गया. इसके बाद एंबुलेंस के यूनीक अस्पताल के लिए रवाना हो गई.

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लाल मस्जिद के पास हुआ एंबुलेंस पर हमला

एंबुलेंस के ड्राइवर ने संतोष को बताया कि वह कुछ ही मिनट में यूनीक अस्पताल पहुंच जाएगा. इस बीच कैम्पवेल रोड पर लाल मस्जिद और पेट्रोल पंप के बीच बाइक सवार युवकों ने अचानक रास्ता रोक लिया. एंबुलेंस के रुकते ही युवकों ने चाबी छीन ली और एक महिला मरीज को तुरंत ऑक्सीजन लगाकर अस्पताल चलने को कहा. डरे-सहमे ड्राइवर ने ऐसा ही किया.

एंबुलेंस ड्राइवर ने बताया कि वे लोग महिला को लेकर कई अस्पतालों में गए. हालांकि कहीं भी महिला को भर्ती नहीं किया गया. तब तक एंबुलेंस के सिलिंडर की ऑक्सीजन खत्म हो गई और महिला की जान चली गई.


पहले मरीज ने भी दम तोड़ा

इधर, विनय कुमार के परिजन उस एंबुलेंस का इंतजार करते रहे, जो हाईजैक हो चुकी थी. इंतजार के बाद दोबारा 108 पर सूचना दी गई. 45 मिनट बाद दूसरी एंबुलेंस पहुंची, तब तक विनय कुमार की मौत हो चुकी थी. फिलहाल इस मामले में अभी तक किसी कानूनी कार्रवाई की सूचना नहीं है. पुलिस ने घटना से अनभिज्ञता व्यक्त की है.

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