लखनऊ : आगामी 6 जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का उत्तर प्रदेश विधानमंडल के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का कार्यक्रम प्रस्तावित है. राष्ट्रपति के प्रस्तावित कार्यक्रम और उत्तर प्रदेश विधान मंडल के संयुक्त सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्व दलीय नेताओं से सहयोग के लिए अपील की है. विधान भवन में मंगलवार को आयोजित हुई सर्व दलीय बैठक में नेता सदन सीएम योगी व विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंन्द्र सिंह सहित सर्व दलीय नेताओं ने राष्ट्रपति के आगमन पर आयोजित किए जा रहे विशेष संयुक्त सत्र के आयोजन में सहयोग देने का आश्वासन दिया.
बैठक के दौरान सीएम योगी ने कहा कि 6 जून 2022 की तिथि एक ऐतिहासिक दिन बनने जा रहा है. आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में उप्र विधानसभा की गरिमा बढ़ाना है. 23 मई से आयोजित विधानसभा का सत्र इस बार अपने चर्चा-परिचर्चा से देश-दुनिया में नजीर पेश करेगा. उसी गरिमा और गौरव को बढ़ाने के लिए सर्व दलीय नेताओं की बैठक आयोजित की गई है.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस प्रकार की समृद्ध संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा, परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है. उन्होंने कहा कि प्रसन्नता है कि कमोवेश सभी दलीय नेताओं का सकारात्मक सहयोग विधानसभा के सदन चलाने के लिए प्राप्त होता रहा है. बैठक में समाजवादी पार्टी की तरफ से मनोज कुमार पाण्डेय, अपना दल (सोनेलाल) के नेता राम निवास वर्मा, राष्ट्रीय लोक दल के नेता की जगह अजय कुमार, भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर, इंडियन निर्बल शोषित आम दल के नेता अनिल कुमार त्रिपाठी, नेता कांग्रेस की जगह वीरेन्द्र चौधरी, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता रघुराज प्रतााप सिंह 'राजा भइया' बहुजन समाज पार्टी के नेता, उमाशंकर सिंह ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए.
बैठक में सर्व दलीय नेताओं ने राष्ट्रपति द्वारा उत्तर प्रदेश विधान मंडल के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के विषय में हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया. संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने मुख्यमंत्री की भावना के साथ-साथ अपने को सम्बद्ध करते हुए सभी दलीय नेताओं से संयुक्त उपवेशन में शान्तिपूर्ण सहयोग करने की अपील की. इसके साथ ही विगत साढ़े पांच वर्षों के अंतराल में दलीय नेताओं द्वारा विधानसभा की कार्यवाही के संचालन में सकारात्मक सहयोग देने के लिए भी अपील की. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे व विधान परिषद के प्रमुख सचिव सहित तमाम अधिकारी मौजूद रहे.