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कोरोना का संकट, यूपी में 1 से 12वीं के स्कूल 30 अप्रैल तक बंद

यूपी में कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को 30 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया है. इस दौरान पूर्व निर्धारित परीक्षाएं आयोजित की जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि इस अवधि में कोचिंग सेन्टर्स भी बन्द रहेंगे.

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Published : Apr 11, 2021, 3:29 PM IST

लखनऊ: प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. लगातार ज्यादा से ज्यादा नए केस सामने आने के बाद अब राज्य सरकार ने भीड़भाड़ को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं. इस बीच स्कूल-कॉलेजों को बंद करने की मियाद बढ़ाने का फैसला लिया गया है. अब कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के स्कूल-कॉलेज 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे. हालांकि पहले से तय परीक्षाओं को नहीं टालने का फैसला लिया गया है. टीचिंग स्टाफ को जरूरी कामकाज के लिए स्कूल-कॉलेज बुलाया जा सकेगा.

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा है कि कोरोना के खिलाफ जारी इस जंग में पिछले वर्ष प्रदेश के सभी जनपदों ने कोविड प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था. इस बार भी हम टीम वर्क के साथ सभी के सहयोग से इस लड़ाई में जीत जरूर हासिल करेंगे. उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए 'टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट' के लक्ष्य को निरंतर ध्यान में रखते हुए प्रभावी प्रयास किए जाएं.

ज्यादा से ज्यादा करें कोरोना टेस्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आरटीपीसीआर विधि से प्रतिदिन एक लाख टेस्ट किए जाएं. यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी सरकारी और निजी टेस्टिंग लैब पूरी क्षमता के साथ कार्य करें. व्यापक काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आए हुए कम से कम 30 से 35 लोगों को ट्रेस करते हुए इनका शत-प्रतिशत कोविड टेस्ट किया जाए.

कोविड-19 अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों, आवश्यक औषधियों, मेडिकल उपकरणों और बैकअप सहित ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखी जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि एल-2 और एल-3 कोविड चिकित्सालयों में वेन्टिलेटर्स और हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एचएफएनसी) की उपलब्धता अवश्य रहे. वेन्टिलेटर्स एवं एचएफएनसी की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के लिए लगातार समीक्षा करते हुए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त प्रबन्ध किए जाएं.

सीएम योगी ने लेवल-2 और लेवल-3 के अस्पतालों में बेड की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी और प्रयागराज में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जनपद लखनऊ के एरा मेडिकल काॅलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल काॅलेज और इन्टीग्रल मेडिकल काॅलेज को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक कोविड हाॅस्पिटल में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए कम से कम 700 बेड की उपलब्धता अवश्य रहे. इसके लिए सभी जरूरी चिकित्सा संसाधनों की व्यवस्था की जाए.

इसे भी पढ़ें:- भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर का टिकट कटा

100 से ज्यादा केस मिलने पर लगाएं नाइट कर्फ्यू
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन जनपदों में प्रतिदिन कोरोना के 100 या उससे अधिक केस मिल रहे हैं और जहां कुल एक्टिव केसों की संख्या 500 से अधिक है, ऐसे जनपदों में रात्रि 09 बजे से सुबह 06 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया जाए.

कोरोना से संबंधित उपकरण की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी जनपदों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, पल्स ऑक्सीमीटर, इन्फ्रारेड थर्मामीटर, सैनिटाइजर, एन्टीजन किट सहित सभी आवश्यक सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था की जाए. इस संबंध में किसी भी जनपद से मांग प्राप्त होने पर तत्काल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. सभी विभागों के कार्मिकों को आवश्यकतानुसार कोविड प्रबंधन के कार्यों से जोड़ा जाए. युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, सिविल डिफेंस, एनसीसी और एनएसएस के सदस्यों की भी सेवाएं प्राप्त की जाएं.

सैनिटाइजेशन के कार्य को दिया जाए जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसके दृष्टिगत नगर विकास एवं ग्राम्य विकास विभागों द्वारा शहरी और ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता और सैनिटाइजेशन का कार्य मिशन मोड पर किया जाए. स्वच्छता व सैनिटाइजेशन के कार्य से कोविड-19 को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. वहीं दूसरी ओर यह डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और जेई की रोकथाम में भी उपयोगी होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए. निगरानी समितियों की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए इन्हें कोविड प्रबन्धन की विभिन्न गतिविधियों से जोड़ा जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर का अनिवार्य रूप से उपयोग करें. रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और हवाई अड्डे पर कोरोना जांच का कार्य प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए.

इसे भी पढ़ें:- स्मारक घोटाले में बड़े अधिकारियों पर केस चलाने की अनुमति नहीं

पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम का उपयोग बढ़ाया जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 से बचाव के संबंध में लोगों को निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक उपयोग किया जाए. लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क के अनिवार्य उपयोग की जानकारी दी जाए. इन्फोर्समेंट की कार्यवाही तेज की जाए. सभी सरकारी एवं निजी कार्यालयों और औद्योगिक संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क संचालित की जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए खुले स्थान पर 100 से अधिक और बंद स्थान पर 50 से अधिक लोग एकत्र न हों.

आज से शुरू हुआ 'टीका उत्सव'
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड टीकाकरण का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए. प्रदेश में आज से 04 दिवसीय 'टीका उत्सव' प्रारम्भ हो गया है. महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती से बाबा साहब डाॅ. भीमराव आंबेडकर की जयंती तक आयोजित इस टीकाकरण महाअभियान में लक्षित आयु वर्ग के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कराई जाए. बैठक में अधिकारियों द्वारा सीएम योगी को अवगत कराया गया कि प्रदेश के छह हजार सेन्टर्स पर टीकाकरण कार्य किया जा रहा है.

लखनऊ: प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. लगातार ज्यादा से ज्यादा नए केस सामने आने के बाद अब राज्य सरकार ने भीड़भाड़ को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं. इस बीच स्कूल-कॉलेजों को बंद करने की मियाद बढ़ाने का फैसला लिया गया है. अब कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के स्कूल-कॉलेज 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे. हालांकि पहले से तय परीक्षाओं को नहीं टालने का फैसला लिया गया है. टीचिंग स्टाफ को जरूरी कामकाज के लिए स्कूल-कॉलेज बुलाया जा सकेगा.

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा है कि कोरोना के खिलाफ जारी इस जंग में पिछले वर्ष प्रदेश के सभी जनपदों ने कोविड प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था. इस बार भी हम टीम वर्क के साथ सभी के सहयोग से इस लड़ाई में जीत जरूर हासिल करेंगे. उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए 'टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट' के लक्ष्य को निरंतर ध्यान में रखते हुए प्रभावी प्रयास किए जाएं.

ज्यादा से ज्यादा करें कोरोना टेस्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आरटीपीसीआर विधि से प्रतिदिन एक लाख टेस्ट किए जाएं. यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी सरकारी और निजी टेस्टिंग लैब पूरी क्षमता के साथ कार्य करें. व्यापक काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आए हुए कम से कम 30 से 35 लोगों को ट्रेस करते हुए इनका शत-प्रतिशत कोविड टेस्ट किया जाए.

कोविड-19 अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों, आवश्यक औषधियों, मेडिकल उपकरणों और बैकअप सहित ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखी जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि एल-2 और एल-3 कोविड चिकित्सालयों में वेन्टिलेटर्स और हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एचएफएनसी) की उपलब्धता अवश्य रहे. वेन्टिलेटर्स एवं एचएफएनसी की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के लिए लगातार समीक्षा करते हुए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त प्रबन्ध किए जाएं.

सीएम योगी ने लेवल-2 और लेवल-3 के अस्पतालों में बेड की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी और प्रयागराज में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जनपद लखनऊ के एरा मेडिकल काॅलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल काॅलेज और इन्टीग्रल मेडिकल काॅलेज को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक कोविड हाॅस्पिटल में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए कम से कम 700 बेड की उपलब्धता अवश्य रहे. इसके लिए सभी जरूरी चिकित्सा संसाधनों की व्यवस्था की जाए.

इसे भी पढ़ें:- भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर का टिकट कटा

100 से ज्यादा केस मिलने पर लगाएं नाइट कर्फ्यू
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन जनपदों में प्रतिदिन कोरोना के 100 या उससे अधिक केस मिल रहे हैं और जहां कुल एक्टिव केसों की संख्या 500 से अधिक है, ऐसे जनपदों में रात्रि 09 बजे से सुबह 06 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया जाए.

कोरोना से संबंधित उपकरण की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी जनपदों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, पल्स ऑक्सीमीटर, इन्फ्रारेड थर्मामीटर, सैनिटाइजर, एन्टीजन किट सहित सभी आवश्यक सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था की जाए. इस संबंध में किसी भी जनपद से मांग प्राप्त होने पर तत्काल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. सभी विभागों के कार्मिकों को आवश्यकतानुसार कोविड प्रबंधन के कार्यों से जोड़ा जाए. युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, सिविल डिफेंस, एनसीसी और एनएसएस के सदस्यों की भी सेवाएं प्राप्त की जाएं.

सैनिटाइजेशन के कार्य को दिया जाए जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसके दृष्टिगत नगर विकास एवं ग्राम्य विकास विभागों द्वारा शहरी और ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता और सैनिटाइजेशन का कार्य मिशन मोड पर किया जाए. स्वच्छता व सैनिटाइजेशन के कार्य से कोविड-19 को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. वहीं दूसरी ओर यह डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और जेई की रोकथाम में भी उपयोगी होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए. निगरानी समितियों की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए इन्हें कोविड प्रबन्धन की विभिन्न गतिविधियों से जोड़ा जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर का अनिवार्य रूप से उपयोग करें. रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और हवाई अड्डे पर कोरोना जांच का कार्य प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए.

इसे भी पढ़ें:- स्मारक घोटाले में बड़े अधिकारियों पर केस चलाने की अनुमति नहीं

पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम का उपयोग बढ़ाया जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 से बचाव के संबंध में लोगों को निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक उपयोग किया जाए. लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क के अनिवार्य उपयोग की जानकारी दी जाए. इन्फोर्समेंट की कार्यवाही तेज की जाए. सभी सरकारी एवं निजी कार्यालयों और औद्योगिक संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क संचालित की जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए खुले स्थान पर 100 से अधिक और बंद स्थान पर 50 से अधिक लोग एकत्र न हों.

आज से शुरू हुआ 'टीका उत्सव'
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड टीकाकरण का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए. प्रदेश में आज से 04 दिवसीय 'टीका उत्सव' प्रारम्भ हो गया है. महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती से बाबा साहब डाॅ. भीमराव आंबेडकर की जयंती तक आयोजित इस टीकाकरण महाअभियान में लक्षित आयु वर्ग के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कराई जाए. बैठक में अधिकारियों द्वारा सीएम योगी को अवगत कराया गया कि प्रदेश के छह हजार सेन्टर्स पर टीकाकरण कार्य किया जा रहा है.

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