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प्रधानमंत्री मोदी के 'सराब' पर अखिलेश यादव ने किया पलटवार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से अपने मिशन 2019 का शंखनाद किया. पीएम मोदी ने यहां सपा-रालोद-बसपा के गठबंधन को 'सराब' कहा. प्रधानमंत्री ने कहा कि इनसे बचने की जरूरत है क्योंकि ये हानिकारक हैं. इसी पर अखिलेश यादव ने पलटवार किया है.

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Published : Mar 28, 2019, 8:10 PM IST

Updated : Mar 28, 2019, 9:00 PM IST

प्रधानमंत्री मोदी के 'सराब' पर अखिलेश यादव ने किया पलटवार.

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के प्रमुख विपक्षी दल सपा, राष्ट्रीय लोक दल और बसपा पर निशाना साधा है. उन्होंने इन्हें 'सराब' बताया. इस पर अखिलेश यादव ने भाषा और व्याकरण की गलियों में उलझा दिया है. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि शराब और सराब का अंतर लोग नहीं जानते जो नशे को बढ़ावा देते हैं.

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि आज टेली-प्रॉम्प्टर ने यह पोल खोल दी कि सराब और शराब का अंतर वह लोग नहीं जानते जो नफ़रत के नशे को बढ़ावा देते हैं. सराब को मृगतृष्णा भी कहते हैं और यह वह धुंधला सा सपना है जो भाजपा 5 साल से दिखा रही हैं, लेकिन जो कभी हासिल नहीं होता. अब जब नया चुनाव आ गया तो वह नया सराब दिखा रहे हैं.

  • आज टेली-प्रॉम्प्टर ने यह पोल खोल दी कि सराब और शराब का अंतर वह लोग नहीं जानते जो नफ़रत के नशे को बढ़ावा देते हैं

    सराब को मृगतृष्णा भी कहते हैं और यह वह धुंधला सा सपना है जो भाजपा 5 साल से दिखा रही है लेकिन जो कभी हासिल नहीं होता। अब जब नया चुनाव आ गया तो वह नया सराब दिखा रहे हैं

    — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 28, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अखिलेश यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपा, रालोद और बसपा के पहले अक्षरों को लेकर जोड़ कर बनाए गए सराब शब्द की चर्चा कर रहे हैं. मोदी ने तीनों पार्टियों के प्रथम अक्षर को लेकर शराब शब्द गढ़ा और कहा कि तीनों ही राजनीतिक दल इसके कारोबार में जुटे हैं. लोगों की मौत के जिम्मेदार हैं. इसमें अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मोदी को घेरने की कोशिश की है.

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के प्रमुख विपक्षी दल सपा, राष्ट्रीय लोक दल और बसपा पर निशाना साधा है. उन्होंने इन्हें 'सराब' बताया. इस पर अखिलेश यादव ने भाषा और व्याकरण की गलियों में उलझा दिया है. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि शराब और सराब का अंतर लोग नहीं जानते जो नशे को बढ़ावा देते हैं.

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि आज टेली-प्रॉम्प्टर ने यह पोल खोल दी कि सराब और शराब का अंतर वह लोग नहीं जानते जो नफ़रत के नशे को बढ़ावा देते हैं. सराब को मृगतृष्णा भी कहते हैं और यह वह धुंधला सा सपना है जो भाजपा 5 साल से दिखा रही हैं, लेकिन जो कभी हासिल नहीं होता. अब जब नया चुनाव आ गया तो वह नया सराब दिखा रहे हैं.

  • आज टेली-प्रॉम्प्टर ने यह पोल खोल दी कि सराब और शराब का अंतर वह लोग नहीं जानते जो नफ़रत के नशे को बढ़ावा देते हैं

    सराब को मृगतृष्णा भी कहते हैं और यह वह धुंधला सा सपना है जो भाजपा 5 साल से दिखा रही है लेकिन जो कभी हासिल नहीं होता। अब जब नया चुनाव आ गया तो वह नया सराब दिखा रहे हैं

    — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 28, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अखिलेश यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपा, रालोद और बसपा के पहले अक्षरों को लेकर जोड़ कर बनाए गए सराब शब्द की चर्चा कर रहे हैं. मोदी ने तीनों पार्टियों के प्रथम अक्षर को लेकर शराब शब्द गढ़ा और कहा कि तीनों ही राजनीतिक दल इसके कारोबार में जुटे हैं. लोगों की मौत के जिम्मेदार हैं. इसमें अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मोदी को घेरने की कोशिश की है.

Intro:लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शराब के कारोबार को लेकर उत्तर प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल सपा ,राष्ट्रीय लोक दल और बसपा पर जो निशाना साधा है उसे अखिलेश यादव ने भाषा और व्याकरण की गलियों में उलझा दिया है. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा शराब और सराब का अंतर लोग नहीं जानते जो नशे को बढ़ावा देते हैं।


Body:अखिलेश यादव ने बस पतवार को ट्वीट कर कहा कि आज टेलीप्रॉन्पटर ने यह पोल खोल दी है कि शराब और सराब का अंतर वह लोग नहीं जानते जो नफरत के नशे को बढ़ावा देते हैं । अगले पैरा में उन्होंने कहा इस सराब को मृगतृष्णा भी कहते हैं और यह वह धुंधला सा सपना है जो भाजपा 5 साल से दिखा रही है लेकिन जो कभी हासिल नहीं होता अब जब नया चुनाव आ गया है तो नया सराब दिखा रहे हैं।

दरअसल अखिलेश यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपा रालोद और बसपा के पहले अक्षरों को लेकर जोड़ कर बनाए गए सराब शब्द की चर्चा कर रहे हैं मोदी ने तीनों पार्टियों के प्रथम अक्षर को लेकर शराब शब्द गढ़ा और कहा किए तीनों ही राजनीतिक दल इसके कारोबार में जुटे हैं और लोगों की मौत के जिम्मेदार है लेकिन अखिलेश यादव ने शब्द की यही बारीकी पकड़ी है। हिंदी शब्द मदिरा को उर्दू में शराब कहा जाता है लेकिन उर्दू में ही सराब के मायने मृगतृष्णा है ।दोनों शब्दों में स अक्षर के प्रयोग का अंतर है। मोदी ने जिस सराब शब्द का प्रयोग किया है उसका मायने मृगतृष्णा है और अखिलेश यादव उनकी इसी गलती की ओर इशारा कर रहे हैं।

पीटीसी अखिलेश तिवारी


Conclusion:
Last Updated : Mar 28, 2019, 9:00 PM IST

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