लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर एक बार फिर से निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की कुरीतियों के कारण बेरोजगारी अपना विकराल रूप धारण कर रही है. अखिलेश ने कहा कि इस बेकारी के कारण हजारों युवाओं का भविष्य अंधेरे में है. हर साल लाखों नौकरियां देने की बात मुख्यमंत्री झूठी करते हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में बेरोजगारी की स्थिति और ज्यादा विस्फोटक हो सकती है.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हर साल भाजपा लाखों को रोजगार देने का दावा करती रहती है, परंतु सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत है. वर्ष 2016 में समाजवादी सरकार में दारोगा भर्ती निकली थी, लेकिन आज तक उन्हें ना तो जॉइनिंग मिल रही है और ना ही सैलरी मिल रही है.
'इन्वेस्टमेंट मीट का किया प्रचार'
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि भाजपा ने इन्वेस्टमेंट मीट का खूब प्रचार किया. नए रोजगार के दावे किए गए. बड़े-बड़े विज्ञापन छापे गए, पर जमीन पर एक भी उद्योग नहीं लगा. इसी का नतीजा है कि नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट में यूपी का प्रदर्शन हर क्षेत्र में निचले पायदान पर पाया गया है. प्रदेश में बेरोजगारी के आंकड़े दिल दहलाने वाले हैं. जिनकी नौकरियां छूट जा रही हैं उन्हें दोबारा रोजगार नहीं मिल पा रहा है. लोगों को अपने परिवार के भरण-पोषण में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
'बड़े व्यापारियों की पार्टी है भाजपा'
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी बड़े व्यापारियों की पार्टी है और यही कारण है कि प्रदेश में छोटे व्यापारियों और कारोबारियों की हालत काफी खराब है. पर उनकी तरफ इस पार्टी ने कोई ध्यान नहीं दिया है. भाजपा सरकार के रहते जनकल्याण का कोई भी काम नहीं हो पाएगा.
जौनपुर के 6 जिला पंचायत सदस्य सपा में शामिल
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समक्ष आज समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में जौनपुर जनपद के 6 जिला पंचायत सदस्य समाजवादी पार्टी में शामिल हुए और उनके आने से समाजवादी पार्टी को मजबूती मिलेगी.
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6 वर्ष के लिए निष्कासित किए गए सचिन यादव
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर फर्रुखाबाद जनपद के सचिन यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने के कारण 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया. आपको बताते चलें कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार केंद्र व प्रदेश सरकार पर हमलावर रहते हैं. कभी कानून व्यवस्था को लेकर तो कभी अव्यवस्था को लेकर. अब जब विधानसभा चुनाव 2022 धीरे-धीरे नजदीक आ रहा है, तो राजनीतिक पार्टियों की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी बढ़ गया है.