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भाजपा सरकार में प्रदेश के किसानों की हालत सबसे ज्यादा खराबः अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव योगी सरकार पर लगातार हमलावर है. अखिलेश ने इस बार किसानों के मुद्दे पर योगी सरकार और बीजेपी को घेरने की कोशिश की है. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के छलावे वाली नीति से सबसे ज्यादा किसानों की हालत खराब हुई है.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव
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Published : Jun 7, 2021, 4:06 AM IST

लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसानों के मुद्दे को लेकर बीजेपी और योगी सरकार पर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में प्रदेश में सबसे ज्यादा हालत किसान की ही खराब हुई है. किसानों पर आर्थिक रूप से बहुत चोट हुई है.

उन्होंने कहा कि एक साल पहले काले कृषि कानूनों से भाजपा ने किसानों के लिए जो काली बुनियाद रखी उससे पूरी कृषि अर्थव्यवस्था ही चौपट हो गयी. इसके विरोध में किसानों का बड़ा आंदोलन जारी है. आज भी किसान का आक्रोश कम नहीं हुआ है. किसानों की एकता भाजपा के दंभ को चकनाचूर कर देगी.

किसानों को दिखाया दोगुनी आय का सपना

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि दोगुनी आय का सपना दिखाकर किसानों को वोट हथियाने वाली भाजपा सरकार में किसानों की उनकी फसल का लाभकारी मूल्य नहीं मिला. किसानों को बहकाने के लिए एमएसपी का राग तो भाजपा सरकार ने खूब गाया, लेकिन हकीकत में किसानों की फसल की खरीददारी कहीं एमएसपी पर नहीं हुई. गेहूं की एमएसपी 1975 रुपये प्रति कुंतल केवल विज्ञापनों में दिखाई देती है. हकीकत में तो औने-पौने दामों पर बिचौलियों के हाथ किसान को गेहूं बेचना पड़ रहा है.

पढ़ें- फिलहाल टला योगी मंत्रिमंडल विस्तार, उचित समय पर भरे जाएंगे खाली पद

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि इसके पहले धान की फसल में भी किसानों केसाथ लूट हुई. गन्ना किसान तो प्रदेश में बुरी तरह मार खाया हुआ है. पेराई सीजन में भी उसके गन्ने की खरीद नहीं हुई. चीनी मिलों पर किसानों का 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया आज भी है. बकाये पर ब्याज का प्रावधान भी है पर जब मूलधन ही नहीं मिल रहा है तो ब्याज कौन देगा. हालत यह है कि किसानों की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है.

किसान समृद्ध योजना बीजेपी की साजिश

अखिलेश यादव ने कहा कि कहने को किसान समृद्धि योजना भी चालू है, लेकिन यह किसान को धोखा देने की नयी भाजपाई साजिश है. खाद की बोरियों की तौल में कमी करके और उसके दाम बढ़ाकर किसान के साथ खेल किया जा रहा है. डीजल के दाम बढ़ाने से किसान तो प्रभावित होता ही है, परिवहन महंगा होने से खाद्य वस्तुएं भी महंगी होने लगती हैं. एक तीर से अन्नदाता और अन्य उपभोक्ता दोनों को शिकार बनाने का यह भाजपाई षड्यंत्र अब जनता से छुपेगा नहीं.

पढ़ें- खराब परफॉरमेंस वाले भाजपा विधायकों का कटेगा टिकट, तैयार हो रहा है रिपोर्ट कार्ड

विज्ञापनों तक ही सीमित रह गई भाजपा

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार केवल विज्ञापनों तक सीमित रह गई है. भाजपा सरकार के थोथे दावे, किसान के उपयोग की सभी चीजें महंगी करने के बाद और उसको दिए गए आश्वासनों की पूर्ति न होने से भाजपा के विकास मॉडल की पोल खुल गई है. भाजपा की इन चालबाजियों से ऊबे किसान और त्रस्त जनता अब उसको करारा जवाब देने का संकल्प कर चुकी है.

लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसानों के मुद्दे को लेकर बीजेपी और योगी सरकार पर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में प्रदेश में सबसे ज्यादा हालत किसान की ही खराब हुई है. किसानों पर आर्थिक रूप से बहुत चोट हुई है.

उन्होंने कहा कि एक साल पहले काले कृषि कानूनों से भाजपा ने किसानों के लिए जो काली बुनियाद रखी उससे पूरी कृषि अर्थव्यवस्था ही चौपट हो गयी. इसके विरोध में किसानों का बड़ा आंदोलन जारी है. आज भी किसान का आक्रोश कम नहीं हुआ है. किसानों की एकता भाजपा के दंभ को चकनाचूर कर देगी.

किसानों को दिखाया दोगुनी आय का सपना

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि दोगुनी आय का सपना दिखाकर किसानों को वोट हथियाने वाली भाजपा सरकार में किसानों की उनकी फसल का लाभकारी मूल्य नहीं मिला. किसानों को बहकाने के लिए एमएसपी का राग तो भाजपा सरकार ने खूब गाया, लेकिन हकीकत में किसानों की फसल की खरीददारी कहीं एमएसपी पर नहीं हुई. गेहूं की एमएसपी 1975 रुपये प्रति कुंतल केवल विज्ञापनों में दिखाई देती है. हकीकत में तो औने-पौने दामों पर बिचौलियों के हाथ किसान को गेहूं बेचना पड़ रहा है.

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सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि इसके पहले धान की फसल में भी किसानों केसाथ लूट हुई. गन्ना किसान तो प्रदेश में बुरी तरह मार खाया हुआ है. पेराई सीजन में भी उसके गन्ने की खरीद नहीं हुई. चीनी मिलों पर किसानों का 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया आज भी है. बकाये पर ब्याज का प्रावधान भी है पर जब मूलधन ही नहीं मिल रहा है तो ब्याज कौन देगा. हालत यह है कि किसानों की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है.

किसान समृद्ध योजना बीजेपी की साजिश

अखिलेश यादव ने कहा कि कहने को किसान समृद्धि योजना भी चालू है, लेकिन यह किसान को धोखा देने की नयी भाजपाई साजिश है. खाद की बोरियों की तौल में कमी करके और उसके दाम बढ़ाकर किसान के साथ खेल किया जा रहा है. डीजल के दाम बढ़ाने से किसान तो प्रभावित होता ही है, परिवहन महंगा होने से खाद्य वस्तुएं भी महंगी होने लगती हैं. एक तीर से अन्नदाता और अन्य उपभोक्ता दोनों को शिकार बनाने का यह भाजपाई षड्यंत्र अब जनता से छुपेगा नहीं.

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विज्ञापनों तक ही सीमित रह गई भाजपा

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार केवल विज्ञापनों तक सीमित रह गई है. भाजपा सरकार के थोथे दावे, किसान के उपयोग की सभी चीजें महंगी करने के बाद और उसको दिए गए आश्वासनों की पूर्ति न होने से भाजपा के विकास मॉडल की पोल खुल गई है. भाजपा की इन चालबाजियों से ऊबे किसान और त्रस्त जनता अब उसको करारा जवाब देने का संकल्प कर चुकी है.

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