लखनऊ: समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने आज पहली बार विधानसभा चुनाव के लिए मैनपुरी की करहल सीट से नामांकन किया है. नामांकन में अखिलेश ने शपथ पत्र में बताया है कि उनकी आमदनी सैलरी, किराए और खेती से होती है.
शपथ पत्र में अखिलेश यादव ने बताया कि उनके पास 8 करोड़ 43 लाख 70 हजार 645 रुपये की चल संपत्ति है. वहीं 17 करोड़ 22 लाख 858 रुपये की अचल संपत्ति है. उनकी पत्नी डिंपल यादव के पास 4 करोड़ 76 लाख 84 हजार 986 रुपये की चल संपत्ति है व 9 करोड़ 61 लाख 98 हजार 918 रुपये की अचल संपत्ति है. अखिलेश की कुल संपत्ति 40 करोड़ 4 लाख 55 हजार 407 रुपये है जबकि 2019 में लोक सभा चुनाव में दिए गए शपथ पत्र में उनकी संपत्ति 37 करोड़ 78 लाख 59 हजार 166 रुपये थी. इस बार अखिलेश की संपत्ति में तीन करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है.
अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद साल 2102 में उनकी वार्षिक आय 1.25 करोड़ रुपये थी जो अब घटकर 83.98 लाख हो गई है. वहीं डिंपल यादव की वार्षिक आय 28.31 लाख से बढ़कर 58.92 लाख हो गई है.
पूर्व सीएम के पास 1.79 लाख रुपये नकद है और डिंपल यादव के पास 3.32 लाख रुपये कैश है जबकि 2019 में अखिलेश के पास 3,91,040 नकदी थी. अखिलेश यादव के बैंक अकाउंट्स में 5.56 करोड़ रुपये जमा हैं. वहीं डिंपल यादव के खातों में 2.57 करोड़ रुपये जमा हैं. अखिलेश की बेटी अदिति यादव के नाम भी 10 लाख 39 हजार 410 रुपये की चल संपत्ति है.
76 हजार का मोबाइल चलाते है अखिलेश
अखिलेश यादव के पास 76 हजार 15 रुपये का मोबाइल फोन हैजबकि 17 हजार 85 रुपये का फर्नीचर और 5 लाख 35 हजार 458 रुपये के फिटनेस इक्विपमेंट्स हैं.
अखिलेश यादव के कर्जदार हैं मुलायम
नामांकन के दौरान जमा किये गए अखिलेश यादव के शपथ पत्र के अनुसार उन्होंने अपने पिता और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को 2.13 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है. मुलायम सिंह के अलावा अखिलेश यादव ने 6 अन्य लोगों को 28 लाख रुपये उधार दिए हैं. वहीं अखिलेश यादव ने डिंपल यादव से 8 लाख 15 हजार रुपये उधार लिए हैं.