लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में यूपी में कोरोना से ज्यादा कानून व्यवस्था से सूबे की हालत बिगड़ी है. पूर्व सीएम ने कहा कि कोई दिन ऐसा नहीं जाता, जब राजधानी लखनऊ सहित अन्य जनपदों में लूट, हत्या, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं न होती हों.
ये जनतंत्र है मनतंत्र नहीं
सोमवार को अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी में महिलाओं और बच्चियों का जीवन हर पल असुरक्षित दिखाई देता हैं. पुलिस और प्रशासन का अपराधी पर तो बस नहीं चलता है, बस निर्दोष और निहत्थे नौजवानों पर उसका डंडा खूब चलता है. अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना काल में परीक्षा कराने के विरोध में उतरे सपा के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, नहीं खूनी हमला हुआ है. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी को अपना अहंकार त्यागकर नौजवानों के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि ये जनतंत्र है मनतंत्र नहीं.
पुलिस ने छात्रों पर बरसाईं लाठियां
सपा प्रमुख ने कहा कि आज समाजवादी छात्र सभा के निर्वतमान अध्यक्ष श्री दिग्विजय सिंह देव के नेतृत्व में सैकड़ों नौजवान छात्रहितों का मुद्दा लेकर प्रदेश की राज्यपाल महोदया को ज्ञापन देने जा रहे थे. गौतमपल्ली थाने के पास उन पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया. पुलिस ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष श्री अवनीश यादव, मनोज दुबे, जगराम पासवान, अमित कुमार, हिमांशु पुरैनी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस लाठीचार्ज से कई युवा नेताओं को घायल कर दिया है. इनमें वाराणसी के छात्र नेता महेश यादव और सिद्धार्थ नगर के मोनू दुबे की हालत गंभीर है.
सरकार को परीक्षा कराने का हठधर्म क्यों
बीजेपी पर हमलावर अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार राजनीतिक द्वेष में अंधी होकर काम कर रही है. जब क्लैट की परीक्षा स्थगित हो गई है तो जेईई और नीट की परीक्षा कराने की हठधर्मिता क्यों. कानून व्यवस्था का हाल यह है कि भाजपा सरकार चंदौली से अपहृत युवक अनमोल यादव को बचाने में विफल रही. हद तो यह है कि मुख्यमंत्री जी के गृह जनपद गोरखपुर में 28 दिनों में 14 हत्याएं हो गईं.
सत्याग्रह वाले देश में बीजेपी दुराग्रह कर रही
अखिलेश ने कहा कि सच तो यह है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आंख पर पट्टी और कान में रूई डालकर बैठी है. नौजवान बेकारी से परेशान हैं, किसानों की फसलें बाढ़ से बर्बाद हो रही हैं और वो कर्ज से मजबूर होकर फांसी लगा रहा है. जिस देश में गांधी जी ने सत्याग्रह किया था उस देश में भाजपा दुराग्रह से काम चला रही है. आखिर दमन के जरिए तमाम समस्याओं का समाधान कैसे होगा. भाजपा याद रखे जनता के पास सत्ता पलटने की ताकत है.