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UPPCL PF घोटाला: अखिलेश यादव ने की सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने की मांग

उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में हुए घोटाले की जांच की मांग. इसकी जांच के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के सिटिंग जज को नियुक्त करने की भी बात कही.

पूर्व सीएम अखिलेश यादव.
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Published : Nov 5, 2019, 5:39 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में हुए हजारों करोड़ के भविष्य निधि के घोटाले पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के चैलेंज के बाद मंगलवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के साथ ऊर्जा मंत्री पर जमकर हमला बोला. सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सपा सरकार में डीएचएफएल को एक भी पैसा ट्रांसफर नहीं किया गया था. इसी सरकार में दाऊद की इस कंपनी को पैसा भेजा गया. उन्होंने कहा कि हमें बिल्कुल उम्मीद नहीं है कि इस सरकार में इस मामले की जांच निष्पक्ष होगी. अखिलेश यादव ने कहा कि मेरी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के किसी सिटिंग जज से पूरे मामले की जांच कराई जाए.

अखिलेश यादव ने की प्रेस कांफेंस.

सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच की मांग
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. मुख्यमंत्री के मेदांता उद्घाटन समारोह पर कहा कि उन्हें मेदांता अस्पताल का उद्घाटन करने जाना था, लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें इससे पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था.

भाजपा पर लगाया आरोप
डीएचएफएल को ट्रांसफर किए गए पैसे के सवाल पर सपा मुखिया ने साफ तौर पर कहा कि FIR में सब कुछ साफ है कि किस दिन डीएचएफएल को भुगतान हुआ था. भुगतान का दिन भी साफ लिखा है. सपा सरकार में एक भी पैसा इस कंपनी को नहीं दिया गया, इसके लिए भारतीय जनता पार्टी और उसके मुख्यमंत्री स्वयं जिम्मेदार हैं.

पढे़ं- 2020 में कमर्चारियों को मिलेंगी 24 छुट्टियां, सरकार ने घोषित किया सार्वजनिक अवकाश

कार्रवाई ठीक से न करने का लगाया आरोप
पूर्व एमडी एपी मिश्रा की गिरफ्तारी के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि अपनों पर कार्रवाई करने से सरकार पीछे हट रही है. छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है. सरकार बताए कि 20 करोड़ का चंदा इस कंपनी से लिया गया था कि नहीं, इसकी भी जानकारी दे. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यह सरकार बताए कि बिजली के लिए सरकार ने कितना काम किया है. भाजपा सरकार ने बिजली विभाग को डुबो दिया है, जबकि सपा सरकार ने अपने कार्यकाल में बिजली विभाग में बहुत सारा काम किया था.

लखनऊः उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में हुए हजारों करोड़ के भविष्य निधि के घोटाले पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के चैलेंज के बाद मंगलवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के साथ ऊर्जा मंत्री पर जमकर हमला बोला. सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सपा सरकार में डीएचएफएल को एक भी पैसा ट्रांसफर नहीं किया गया था. इसी सरकार में दाऊद की इस कंपनी को पैसा भेजा गया. उन्होंने कहा कि हमें बिल्कुल उम्मीद नहीं है कि इस सरकार में इस मामले की जांच निष्पक्ष होगी. अखिलेश यादव ने कहा कि मेरी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के किसी सिटिंग जज से पूरे मामले की जांच कराई जाए.

अखिलेश यादव ने की प्रेस कांफेंस.

सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच की मांग
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. मुख्यमंत्री के मेदांता उद्घाटन समारोह पर कहा कि उन्हें मेदांता अस्पताल का उद्घाटन करने जाना था, लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें इससे पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था.

भाजपा पर लगाया आरोप
डीएचएफएल को ट्रांसफर किए गए पैसे के सवाल पर सपा मुखिया ने साफ तौर पर कहा कि FIR में सब कुछ साफ है कि किस दिन डीएचएफएल को भुगतान हुआ था. भुगतान का दिन भी साफ लिखा है. सपा सरकार में एक भी पैसा इस कंपनी को नहीं दिया गया, इसके लिए भारतीय जनता पार्टी और उसके मुख्यमंत्री स्वयं जिम्मेदार हैं.

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कार्रवाई ठीक से न करने का लगाया आरोप
पूर्व एमडी एपी मिश्रा की गिरफ्तारी के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि अपनों पर कार्रवाई करने से सरकार पीछे हट रही है. छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है. सरकार बताए कि 20 करोड़ का चंदा इस कंपनी से लिया गया था कि नहीं, इसकी भी जानकारी दे. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यह सरकार बताए कि बिजली के लिए सरकार ने कितना काम किया है. भाजपा सरकार ने बिजली विभाग को डुबो दिया है, जबकि सपा सरकार ने अपने कार्यकाल में बिजली विभाग में बहुत सारा काम किया था.

Intro:अखिलेश यादव ने सिटिंग जज से की यूपीपीसीएल घोटाले की जांच कराने की मांग

नोट: कृपया अच्छे विजुअल्स अखिलेश यादव के चाहिए तो पूरा कार्यक्रम लाइव हुआ है. वहां से ले सकते हैं...सहृदय धन्यवाद


लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड में हुए हजारों करोड़ के भविष्य निधि के घोटाले पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के चैलेंज के बाद आज प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के साथ ही ऊर्जा मंत्री पर जमकर हमला बोला। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सपा सरकार में डीएचएफएल को एक भी पैसा ट्रांसफर नहीं किया गया। इसी सरकार में दाऊद की इस कंपनी को पैसा भेजा गया है। उन्हें बिल्कुल उम्मीद नहीं है कि इस सरकार में इस मामले की जांच निष्पक्ष होगी। मेरी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के किसी सिटिंग जज से पूरे मामले की जांच कराई जाए।


Body:समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। आज उन्हें मेदांता अस्पताल का उद्घाटन करने जाना था लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें इससे पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था। डीएचएफएल को ट्रांसफर किए गए पैसे के सवाल पर सपा मुखिया ने साफ तौर पर कहा कि f.i.r. में सब कुछ साफ है। किस दिन डीएचएफएल को भुगतान हुआ था। भुगतान का दिन भी साफ लिखा है। सपा सरकार में एक भी पैसा इस कंपनी को नहीं दिया गया इसके लिए भारतीय जनता पार्टी और उसके मुख्यमंत्री स्वयं जिम्मेदार हैं। अधिकारियों को रात में जगाकर सीबीआई जांच के लिए भेजा। हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग से जब जांच होगी तभी कुछ नतीजा निकलेगा और सच्चाई बाहर आएगी। अखिलेश ने यह भी कहा कि कार्रवाई से से सरकार पीछे हट रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इतने कमजोर हैं कि अभी अपने मंत्री पर भी कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। पूर्व एमडी एपी मिश्रा की गिरफ्तारी के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि अपनों पर कार्रवाई करने से सरकार पीछे हट रही है। छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है। सरकार बताए कि 20 करोड़ का चंदा इस कंपनी से लिया गया था कि नहीं, इसकी भी जानकारी दे। यह सरकार बताए कि बिजली के लिए सरकार ने कितना काम किया है। भाजपा सरकार ने बिजली विभाग को डुबो दिया है जबकि सपा सरकार ने अपने कार्यकाल में बिजली विभाग में बहुत सारा काम किया था। यह सभी जानते हैं, उत्तर प्रदेशवासी जानते हैं।


Conclusion:पूर्व मुख्यमंत्री ने वर्तमान मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि कोई नहीं चाहता कि प्रदेश में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने रहें। 300 विधायक भी सीएम के साथ नहीं होंगे। अंदरूनी कलह चल रही है भारतीय जनता पार्टी में। चाह कर भी ऊर्जा मंत्री को हटा नहीं सकते हैं सीएम। उन्होंने यह भी कहा कि पूरा शासन-प्रशासन उपचुनाव में लग गया सहारनपुर में यह तय करने में कि दूसरे नंबर पर किसे रखना है। रामपुर में पूरा जोर लगा दिया गया। इस तरह से प्रदेश की सरकार चल रही है। प्रदेश भर में हत्याएं हो रही हैं और रामराज्य बताया जा रहा है, दरअसल यह रामराज्य नहीं है नाथूराम राज्य है।
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