लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मजदूर दिवस पर अपनी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि इस साल कोरोना वायरस के कारण हम एक अलग तरह का ही श्रमिक दिवस मना रहे हैं. देश के कई राज्यों में घरों से दूर मजदूर काम और पैसे के लिए परेशान हैं.
उन्होंने कहा कि भविष्य में बढ़ता बेकारी का संकट अलग भयाक्रांत कर रहा है. इस वजह से किसी शुभकामना या बधाई देने का अवसर तो नहीं है, लेकिन भटके हुए श्रमिक अपनों के पास घर सुरक्षित पहुंच जाएं, ये कामना तो हम कर ही सकते हैं.
श्रमिकों के साथ गैरों जैसा व्यवहार
अखिलेश यादव श्रमिक दिवस पर योगी सरकार पर हमलावर हुए. उन्होंने कहा कि श्रमिकों के थोक वोट बटोरने वालों को इनके दुःख दर्द के प्रति कितनी संवेदना है. इनके लिए क्या सरकारी इंतजाम है? संकट में फंसे इन श्रमिक बंधुओं के साथ समाजवादी आज भी खड़े हैं और हमेशा उनके साथ रहेंगे.
उन्होंने कहा कि अपने प्रदेश के श्रमिकों के साथ भाजपा सरकार गैरों जैसा व्यवहार कर रही है. मुंबई से 18 दिन पैदल चलकर महोबा पहुंचे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को महोबा प्रशासन ने उलटे मध्य प्रदेश भेज दिया.
सरकार बस की जगह ट्रेन की करे व्यवस्था
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार कागजों पर ही श्रमिकों की मदद का ढोंग कर रही है. दूसरे राज्यों से लाखों श्रमिक बसों में कैसे आ पायेंगे? अच्छा होता राज्य सरकार केन्द्र से ट्रेन की मांग करे, जिससे चेन्नई सहित अन्य दूर दराज के राज्यों से श्रमिकों को सकुशल लाया जा सके.
योगी सरकार विपक्ष का नहीं ले रही सहयोग
वहीं अखिलेश ने कहा कि भाजपा का रवैया यह जताने का है कि वही सब कुछ कर रही है. उन्होंने कहा कि विपक्ष का सहयोग नहीं लिया जा रहा है. भाजपा सरकार को विपक्षी नेताओं एवं दोनों सदनों के प्रतिपक्ष के नेताओं की तत्काल संयुक्त बैठक आमंत्रित कर भविष्य की रणनीति तय करनी चाहिए, जिससे कोरोना जैसी भयंकर महामारी से कारगर मुकाबला किया जा सके.