लखनऊ: अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जैसी कोई सरकार प्रदेश की जनता ने नहीं देखी है. इतना कृतघ्न नेतृत्व भी भाजपा के अलावा दूसरा नहीं, जो समाजवादी सरकार के विकास कार्यों के लिए उसको श्रेय नहीं देना चाहता है. भाजपा सरकार अपने चौथे साल में भी अपनी एक भी योजना लागू नहीं कर सकी, बजाए सिर्फ समाजवादी सरकार के समय हुए कामों पर अपने उद्घाटन के शिलालेख लगाने के. भाजपा के इस चरित्र को क्या कहा जाए?
समाजवादी सरकार के समय उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रतिष्ठित कैंसर इंस्टीट्यूट बनकर तैयार हो गया था. तब सरकार ने कैंसर के अलावा गंभीर बीमारियों दिल, किडनी, लिवर के मुफ्त इलाज की भी अस्पतालों में व्यवस्था की थी. कैंसर की बीमारी का इलाज काफी महंगा होता है. पीड़ित मरीजों को मुम्बई, दिल्ली और दूसरे राज्यों में जाना होता है. लखनऊ में कैंसर अस्पताल को भाजपा सरकार ने क्यों नहीं अब तक चालू किया? अगर पहले चालू कर देते तो न केवल प्रदेश, बल्कि पड़ोसी राज्य बिहार और नेपाल तक के कैंसर पीड़ितों को इलाज की सुविधा मिल जाती.
‘मिशन शक्ति‘ के नाम पर भ्रामक प्रचार
अखिलेश यादव ने कहा कि इधर जब बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाओं की बाढ़ आने से भाजपा सरकार की बदनामी देश-विदेश तक होने लगी तो ‘मिशन शक्ति‘ के नाम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रामक प्रचार का एक और इश्तेहार पेश कर दिया है. हर बेटी को यह जानने का इंतजार है कि एंटी रोमियों स्क्वाड को सीएम ने कहां छुपा दिया है? वैसे भी समाजवादी सरकार ने 1090 को नारी शक्ति की सुरक्षा का कवच बनाया था. भाजपा ने उसको निष्प्रभावी बना दिया, जबकि 108 सेवा समाजवादियों द्वारा दी गई संजीवनी थी, उसके विस्तार को रोक दिया गया. यूपी डायल 100 का नाम 112 रखकर कौन सा कमाल कर दिया?
विकास कार्यों के विध्वंस का रास्ता अपनाया
पूर्व सीएम ने कहा कि बंद हो चुकी 181 में कार्यरत महिलाओं को आज भी वेतन के लिए गुहार लगाना पड़ रहा है. समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की शुरुआत समाजवादी सरकार में ही हो गई थी. साढ़े तीन साल में भी भाजपा इसे पूरा नहीं कर पाई है, जबकि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे दो वर्ष से कम समय में ही बन गया. इसके अलावा लोहिया पार्क, जनेश्वर मिश्र पार्क और गोमती रिवरफ्रंट जैसे आकर्षक स्थलों का निर्माण समाजवादी सरकार ने किया था. खेलकूद प्रेमियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का इकाना स्टेडियम भी समाजवादी सरकार की देन है. भाजपा सरकार ने आते ही अपनी नकारात्मक सोच के साथ विकास कार्यों के विध्वंस का रास्ता अपना लिया. जनता भाजपा को उसके कामों का सही जवाब जरूर देगी.
बसपा से सपा में हुए शामिल
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय महासचिव डाॅ. केके सचान और कानपुर देहात के राजपुर (सिकन्दरा) क्षेत्र की पूर्व विधायक मिथलेश कटियार ने बहुजन समाज पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इनके अलावा भदोही के पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत राजेश सोनकर और रीना सोनकर भी सपरिवार समाजवादी पार्टी में शामिल हुए.