लखनऊ : समाजवादी पार्टी का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सीतापुर के नैमिषारण्य में आयोजित किया जा रहा है. सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि सामाजिक न्याय तथा जातीय जनगणना की मांग को विस्तार देने तथा 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति पर विचार कर बूथ, सेक्टर से लेकर जिला स्तर तक के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से 9-10 जून 2023 को समाजवादी पार्टी के लोक जागरण यात्रा अभियान के अन्तर्गत नैमिषारण्य, सीतापुर में जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन होगा.
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि 'शुक्रवार को सुबह ध्वजारोहण पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा किया जायेगा. इसके बाद पूर्व मंत्री नरेन्द्र वर्मा का स्वागत भाषण होगा. सत्र की शुरुआत प्रो रामगोपाल यादव के सम्बोधन से होगा. विधायक राम अचल राजभर तथा लालजी वर्मा के अतिरिक्त प्रो सुधीर पवार प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे. दूसरे सत्र में स्वामी प्रसाद मौर्य, राजीव निगम, जूही सिंह, और इन्द्रजीत सरोज के अतिरिक्त मुख्य सम्बोधन राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव का होगा.'
प्रवक्ता ने कहा कि '10 जून को समाजवादी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ सांस्कृतिक गीत प्रस्तुत करेगा और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, मौलाना इरफान कादरी तथा उदय प्रताप सिंह का सम्बोधन होगा. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सम्बोधन के साथ ही प्रशिक्षण शिविर का समापन होगा. शिविर का संचालन आनन्द भदौरिया करेंगे. राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार और उसके सहयोगी संगठन भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के जीवन मूल्यों और आदर्शों को मिटाने की साजिशें कर रहे हैं. इन मूल्यों की रक्षा के लिए समाजवादी पार्टी प्रतिबद्ध है. समाजवादी पार्टी के समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में लोक जागरण यात्रा और समाजवादी प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किये जा रहे हैं. भारतीय संविधान में समाजवाद, पंथ निरपेक्षता तथा लोकतंत्र को मान्यता दी गई है.'
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राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि 'भाजपा सरकार लगातार इनकी अवमानना करने के साथ पूंजीपतियों के पक्ष में नीतियां बनाती है. गरीबों को हर तरह से परेशान किया जा रहा है. पिछड़ों, दलितों की उपेक्षा करते हुए आरक्षण विरोधी माहौल बनाया जा रहा है. जातीय जनगणना से इंकार किया जा रहा है, जोकि सामाजिक न्याय के लिए आवश्यक है. विपक्ष के नेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है और नफरत का माहौल बनाया जा रहा है.'