लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है. अपराधी हर दिन खूनी खेल खेल रहे हैं. भाजपा सरकार का कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है. प्रशासन तंत्र पूरी तरह पंगु है. पुलिस प्रशासन ने अपराधियों के आगे पूरी तरह हथियार डाल दिए हैं. प्रदेश में अराजकता, गुंडई और दबंगई चरम पर है.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज जारी बयान में कहा कि जनपद जौनपुर की थाना नेवदिया में ग्राम सभा नवापुर चयनपुर गांव में प्रयागराज विश्वविद्यालय के छात्र नेता सतीश यादव की अपराधियों ने कनपटी में गोली मार कर हत्या कर दी. बांदा की देहात कोतवाली के गौहरी गांव में दबंग ने दलित छात्र की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी. एटा में 14 साल की एक बच्ची की लाश मक्के के खेत में मिली. नाबालिग बच्ची स्कूल से लौटते समय लापता हुई थी। अपराधियों ने उसकी हत्या कर दी. मुजफ्फरनगर में एक 25 वर्षीय किसान का शव कुंए में पड़ा मिला. उसकी साजिशन हत्या किए जाने की आशंका है. वह खेत में पानी लगाने गया था. गोरखपुर में जमानत पर जेल से छूटे युवक ने 3 साल की बच्ची का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी. क्रूरता और निर्ममता की हद तो यह है कि फिर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को भी अंजाम दिया. इसके बाद शव एक बाउंड्रीवाल के अंदर छुपा दिया.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता संरक्षण में ही अपराध हो रहे हैं, यह जताने के लिए मुरादाबाद की यह घटना ही काफी है कि वहां भाजपा नेता अनुज चौधरी की पिछले दिनों हत्या कर दी गई. उसकी हत्या में एक भाजपा नेता का ही हाथ बताया जा रहा है. भाजपा नेताओं का एक बड़ा वर्ग इन दिनों अवैध खनन, तस्करी और दूसरे अपराधिक कामों में संलिप्त पाया जाता है. मुख्यमंत्री दूसरे प्रांतों में जाकर झूठा दावा करते हैं कि उत्तर प्रदेश में आधी रात को भी कोई महिला कहीं आ जा सकती हैं, पर हकीकत में तो किसी महिला का अपने गांव-मुहल्ले में भी निकलना सुरक्षित नहीं है. हत्या, लूट, अपहरण की वारदातों पर कोई नियंत्रण नहीं है.