लखनऊः राजधानी में विभूति खंड के अंतर्गत कठौता चौराहे पर छह जनवरी की शाम को मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गैंगवार में हत्या हो गई थी. वहीं इस हत्या की साजिश रचने वाले कोई और नहीं बल्कि आजमगढ़ की जेल में बंद कुंटू सिंह और अखंड नाम के कुख्यात अपराधी थे. वहीं राजधानी पुलिस इन दोनों से ही रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. चार घंटे तक चली पूछताछ में कुंटू सिंह ने बताया जेल में बंद शातिर अपराधी अखंड सिंह ने ही राजेश तोमर और मुस्तफा उर्फ बंटी नाम के दो बड़े शूटरों का इंतजाम कराया था. वहीं अजीत सिंह की हत्या के लिए एक ब्लॉक प्रमुख ने सारे पैसे खर्च किए थे. पुलिस को अब घायल शूटर राजेश तोमर, मुस्तफा और अंकुर के पकड़े जाने की पूरी घटना का खुलासा होगा. वहीं इसके लिए दो टीमें लगी हुई हैं.
कुंटू सिंह से हुई पूछताछ में खुले कई राज
अजीत सिंह हत्याकांड में लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और अखंड सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. चार घंटे तक चली पूछताछ में पुलिस को काफी अहम जानकारियां मिलीं. कुंटू सिंह ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि अजीत की हत्या के लिए साजिश 11 महीनों से रची जा रही थी. वहीं उनके जेल में ही बंद उधम सिंह नाम से अपराधी ने राजेश तोमर और मुस्तफा नाम के दो कुख्यात शूटरों का इंतजाम कर आया था. यह दोनों ही शूटर राठी गैंग के हैं. वहीं इस गैंगवार में शूटरों के ऊपर सारा खर्चा भी एक ब्लॉक प्रमुख ने उठाया था.
सोमवार को खत्म हो जाएगी अखंड की रिमांड
अजीत सिंह हत्याकांड को लेकर कुंटू सिंह की रिमांड रविवार को खत्म हो रही है. वहीं सोमवार को अखंड सिंह की भी रिमांड खत्म हो जाएगी. पुलिस ने आज दोनों से चार घंटे तक पूछताछ की. वहीं अखंड शिव की अभी पूछताछ चल रही है. जिसमें कई और सुराग मिलने की उम्मीद है.
क्या था पूरा मामला
राजधानी के विभूति खंड के कठौता चौराहे पर छह जनवरी की शाम को गैंगवार के दौरान मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या कर दी गई. इस गैंगवार के दौरान अजीत को 25 गोलियां लगी थीं. गैंगवार में आधा दर्जन शूटर के शामिल होने की भी जानकारी हो चुकी है. सभी शूटरों के नाम पुलिस को मिल चुके हैं. जिनमें से दो शूटर तो मुन्ना बजरंगी की हत्या करने वाले सुनील राठी गैंग के हैं. इस हत्या के मुख्य साजिशकर्ता आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और अखंड सिंह हैं.